उदयपुर. प्रदेश में बेरोजगारी की दर लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना संकट के बाद बेरोजगारी के आंकड़ों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिली है. लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी विभागों में खाली पड़े रिक्त पद (Unemployment In Rajasthan) अभी भी भरने को लेकर सरकार और विभागों के पास कोई प्लान नजर नहीं आ रहा है.
राजस्थान में बेरोजगारी दर भी 20 फ़ीसदी से ऊपर पहुंच गया है. खास बात ये कि कोरोना दौर में जहां सरकार को खान विभाग से बड़ी तुलना में राजस्व मिला उसी विभाग में ही कई पद खाली पड़े हैं.
विभाग के आला अधिकारियों ने इन खाली पड़े पदों को भरने के लिए फिलहाल कोई खाका नहीं खींचा है. कोरोना के तीसरी लहर के मद्देनजर विभाग ने कितनी नौकरियां निकाली और कितने कार्मिक रिटायर हुए यह आंकड़े बेहद चौंकाने वाले है. अकेले खान विभाग में 800 से अधिक पद (800 Post Vacant In Mines Department) अभी भी रिक्त हैं. जिनके लिए लंबे समय से भर्ती परीक्षा नहीं हुई. इससे बेरोजगार युवा भटक रहे हैं. दूसरी तरफ खनन गतिविधियों का राजस्व अर्जन प्रभावित हुआ है. खान विभाग में सर्वेयर, ड्राफ्ट्समैन, एसएमई तक के 60 फ़ीसदी पद रिक्त है.
हालांकि इस कोरोना के दौरान विभाग ने 2021-22 में 101 पदों के लिए भर्ती स्वीकृति विवरण निकाला था. जिसमें प्रोस्पेक्टिंग सुपरवाइजर की 5 पोस्ट, रसायन साइड की 9, वैघर ग्रेड प्रथम की 2, कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायक की 5, कनिष्ठ क्षेत्र सहायक की और आर्ट खनिज कार्य दर्शक ग्रेड तृतीय की 42 सर्वेयर की 30 पोस्ट है. इसके अलावा विभाग ने शासन को 129 पोस्ट के लिए विवरण भिजवाया है. जिनकी स्वीकृति को लेकर अभी कार्य चल रहा है. हालांकि अभी तक इस पूरी 129 भर्ती को लेकर विभाग के पास कोई विशेष जानकारी नहीं मिली.
129 पदों में भूवैज्ञानिक के 10, सहायक खनिज अभियंता के 20, आशुलिपिक 30, रिंगमैन 10, रसायनक्ष के 2, कनिष्ठ 2, कनिष्ठ मानचित्रकार की 9, वाहन चालक की 1, टनल की सूचना शासन को भिजवाई गई है. अहम बात ये है कि बीते 2 सालों में विभाग से बड़ी संख्या में कार्मिक रिटायर हुए हैं और विभाग के पास रिटायर्ड हुए अधिकारियों की जानकारी तक नहीं है.
800 खाली पदों को भरने के लिए क्या विभाग के पास कोई योजना है? इस विषय में पूरी जानकारी के लिए जब अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि उनके निदेशक जयपुर गए हुए हैं. जब आएंगे तब वही इसके बारे में बता पाएंगे.