उदयपुर. जिला पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए हार्डकोर अपराधी (Hardcore Crook) गैंगस्टर इमरान कुंजड़ा सहित तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के लिए लंबे समय से सिरदर्द बने इन बदमाशों तक पहुंचना इतना आसान नहीं था. तीनों बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस लंबे समय से प्रयास कर रही थी, लेकिन हर बार ये चकमा दे जाते थे. लेकिन इस बार जब बदमाशों के लोकेशन समेत अन्य जानकारियां मिली तो पुलिस ने इन्हें पकड़ने के लिए चौकस होकर जाल बिछाया. जिसमें तीनों बदमाश फंस गए.
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पुलिस सूत्रों की मानें तो इन अपराधियों को गिरफ्तार के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. बता दें, जेल से छूटते ही उदयपुर जिले का हार्डकोर अपराधी इमरान कुंजड़ा डरा-धमकाकर व्यापारियों से रंगदारी मांगने लगा था.
पुलिस ने यूं बनाई योजना
इसी बीच शुक्रवार को उदयपुर पुलिस (Udaipur Police) को इन अपराधियों की राजसमंद के केलवा में होने की सूचना मिली. इसके बाद पुलिस ने पुख्ता प्लान तैयार किया और अपराधियों के पीछे लग गए. साइबर सेल एवं जिला स्पेशल टीम को सूचना मिली की अपराधी राजसमंद के केलवा के जंगलों में छिपा हुआ है. इसके बाद स्पेशल टीमों को लोकेशन के आधार पर आमेट एवं केलवा के जंगलों में दबिश देने के लिए रवाना किया गया.
अपराधियों ने की फायरिंग, डेढ़ किमी दौड़ी पुलिस
पुलिस ने अपराधियों का पीछा करना शुरू ही किया था कि इसकी भनक अपराधियों को लग गई. गोमती नदी के पास इमरान को पता लग गया कि पुलिस उसका पीछा कर रही है तो उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया और सियाणा गांव की ओर निकल गए. पुलिस ने उनका पीछा जारी रखा तो इमरान और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जबावी कार्रवाई में पुलिस ने भी उन पर फायर किए.
जानकारी के अनुसार उदयपुर से आरोपी बाइक लेकर भागे थे, जबकि पुलिस जीप को देखकर सियाणा पुलिया पर बाइक छोड़ दी और गोमती नदी में आरोपी भागने लगे. पुलिस करीब डेढ़ किमी तक अपराधियों के पीछे दौड़ती रही. फिर बदमाशों ने फायरिंग की तो जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग कर दी. इसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर इमरान सहित तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया और केलवा थाने लेकर आई. जहां चिकित्सकों को बुलाकर आरोपियों को मेडिकल जांच की गई.
घटना में 4 पुलिसकर्मी चोटिल
बता दें, इस पूरी घटना में डॉक्टर हनुमंत सिंह, थाना अधिकारी सूरजपोल सहित चार पुलिसकर्मी चोटिल भी हुए. चारों पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.
फरारी काटने जा रहा था आमेट
इमरान कुंजड़ा उदयपुर के मोस्ट वांटेड अपराधियों में से एक है. एक महीने पहले ही वह जेल से छूटा था. जेल से बाहर आते ही उसने रंगदारी शुरू कर दी. पुलिस को सूचना मिली की वह अपने 2 साथियों के साथ मोटरसाइकिल पर आमेट की ओर जा रहा है, जिसके बाद पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.
अपराधियों पर पहले से है मामला दर्ज
गैंगस्टर इमरान टॉप टेन में शुमार है और उसके खिलाफ उदयपुर जिले के विभिन्न थानों में 45 मामले दर्ज हैं. छोटा मेवाती उर्फ सरफराज हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ उदयपुर के विभिन्न थानों में 8 मामले दर्ज हैं. वहीं, तीसरा आरोपी निषाद मोहम्मद निवासी आमेट राजसमंद के खिलाफ कितने मामले दर्ज हैं, इसकी पुलिस तलाश कर रही है.
हार्डकोर अपराधी इमरान लंबे समय बाद जेल से आया था बाहर: SP
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार ने बताया कि उदयपुर जिले का हार्डकोर अपराधी इमरान लंबे समय बाद जेल से बाहर आया था. ऐसे में उसने अंबामाता थाना इलाके में एक व्यक्ति के साथ मारपीट की थी. लंबे समय से डीएसटी टीम और जिला पुलिस उसे खंगाल रही थी. पुलिस को सूचना मिलने के साथ ही टीम को रवाना किया गया.
राजीव पचार ने बताया कि अपराधियों की ओर से पुलिस पर फायरिंग की गई. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी फायर किया. उन्होंने बताया कि पुलिस पर फायरिंग करने के मामले में केलवा थाना में भी मामला दर्ज करवाया है. साथ ही आरोपियों से एक हथियार भी रिकवर किया गया है.