उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में एक हंसते-खेलते परिवार में 28 जून को उस वक्त मातम पसर गया, जब परिवार के मुखिया की दो लोगों ने मिलकर निर्मम हत्या कर दी. मंगलवार को टेलर कन्हैयालाल अपने घर से हंसी खुशी के साथ खाने का टिफिन लेकर अपने दुकान के लिए रवाना हुए थे. हर रोज की तरह वो सुबह 10 बजे दुकान के लिए निकले थे, लेकिन दोपहर बाद कन्हैयालाल के पुत्र को सूचना मिली कि उनके पिता की दुकान में निर्मम हत्या कर दी गई. आनन-फानन में परिवार के लोग दुकान की तरफ दौड़े, जहां खून से लथपथ शव दुकान में पड़ा हुआ मिला. इसे देखकर सब के रोंगटे खड़े हो गए. इस घटना के बाद से ही पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है.
ईटीवी भारत पर छलका परिवार का दर्द : कन्हैयालाल के परिवार में एक बूढ़ी मां, दो बच्चे और पत्नी हैं. वहीं, कन्हैयालाल की बहनें और भाई भी हैं. ईटीवी भारत की टीम कन्हैयालाल के घर पहुंची, जहां मृतक का पूरा परिवार इस गम भरे माहौल में एक दूसरे को ढांढस बंधाते हुए नजर आया. इस दौरान मृतक की पत्नी, बहनें और बूढ़ी मां की आंखों से आंसू उनकी यादों में बार-बार निकल रहे थे. यह दृश्य देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंखें भिगीं हुई नजर आ रही थीं.
कन्हैयालाल के पुत्र यश ने कहा कि समय रहते सुरक्षा मिलती और प्रशासन कार्रवाई करता तो आज यह दृश्य नहीं देखना पड़ता. वहीं, मृतक की पत्नी ने कहा कि जिन हत्यारों ने मेरे पति की निर्मम हत्या की, उन्हें भी मेरे सामने इसी तरह मारा जाए. इतना ही नहीं, भाई की छोटी बहन जो हर साल राखी बांधने के लिए उमंग के साथ उदयपुर आती थी, उन्होंने कहा कि जिस तरह इन हत्यारों ने हमारे भाई को मारा, उन्हें फांसी की सजा मिलनी चाहिए. क्योंकि हमारा भाई मां-बाप की तरह था, जो हमारे सुख-दुख में सदैव हमारे साथ खड़ा रहता था.
कन्हैयालाल के बेटे ने बताया कि क्या कुछ हुआ था : कन्हैयालाल के बेटे यश ने बताया कि मंगलवार को उनके पिता हर रोज की तरह सुबह 10 बजे दुकान में गए थे. लेकिन दोपहर 3 बजे के लगभग दुकान के पास से फोन आया कि उनके पिता की हत्या कर दी गई. यह पूरा नजारा देखकर वे घबरा गया. उन्होंने कहा कि पापा ने मुझे बताया था कि गलती से फेसबुक पर कोई पोस्ट डल गई है. इस बीच किसी ने मामला दर्ज कराया, जिसके बाद मेरे पापा को थाने जाना पड़ा. लगातार लोग दुकान की रेकी कर रहे थे. दुकान पर आकर एक महिला और एक व्यक्ति ने धमकी दी थी. इस बीच कन्हैयालाल ने अपनी दुकान में सीसीटीवी कैमरा भी लगवा दिया था. यश ने कहा कि अगर उस समय पुलिस-प्रशासन उनके पिता का साथ देता तो वह बच सकते थे.
कन्हैयालाल की बहन ने कहा- भाई माई-बाप की तरह था : मृतक की बहन ने कहा कि जब भी हमारे घर में कोई काम पड़ता था तो वह आकर खड़ा हो जाता था. हम सब भाइयों से सबसे छोटे थे कन्हैयालाल, लेकिन वह हमसे ऐसा व्यवहार करते थे कि सबसे बड़े हैं. बहन ने कहा कि हम अपने सुख-दुख की बातें हमारे भाई से साझा किया करते थे, अब किसको (Tailor Kanhaiya Lal Killing) अपने मन और दिल की बात बताएं.
कन्हैयालाल की पत्नी ने कहा- हत्यारों को मेरे सामने मौत दो : कन्हैयालाल की पत्नी ने भीगे मन से कहा कि जिस तरह मेरे पति को मारा, हत्यारों को भी (Kanhaiya Lal Wife Demand) वैसी ही सजा दो. इन हत्यारों को भी खुलेआम उसी तरह मारा जाए. मंगलवार के दिन मुझे खाने का टिफिन बनाने के लिए उन्होंने कहा था. मैंने उनको खाने का टिफिन बना कर दिया. पत्नी ने बताया कि मेरे पति कन्हैयालाल दोनों ही बेटों को अच्छा पढ़ा कर सरकारी अधिकारी बनाना चाहते थे. कपड़े सिलने के लिए छोटी दुकान जरूरत थी, लेकिन उनके ख्वाब बड़े थे. अभी भी हमारे मन में डर बैठा हुआ है कि बाहर घूमने वाले लोग हमारे साथ कुछ कर ना दें.