उदयपुर. शुक्रवार को बाघिन दामिनी का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार करवाया गया है. बता दें कि लेक सिटी के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में दामिनी की मौत के बाद वन विभाग के आला अधिकारी जहां मौन है, तो वहीं जयपुर मुख्यालय से अब इस पूरे मामले की जांच शुरू की जा रही है.
बता दें कि दामिनी की मौत गुरुवार को बाद कुमार के साथ हुई लड़ाई के दौरान हुई थी, जिसके बाद से ही उदयपुर वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आ रही थी. बता दें कि जब यह पूरा घटनाक्रम हुआ उस दौरान वहां मौजूद कुछ पर्यटकों ने वन विभाग के अधिकारियों को बुलाना चाहा और दोनों बाघ बाघिन की लड़ाई छुड़वाने की कोशिश के लिए कहा, लेकिन इस दौरान कोई भी अधिकारी इस लड़ाई को छुड़वाने में नाकामयाब साबित हुआ.
पढ़ें- जेके लोन अस्पताल पहुंचे मंत्री रघु शर्मा, भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता हुए आमने-सामने
बल्कि उनके पास बाघ को बेहोश करने के पर्याप्त साधन भी नहीं थे, ऐसे में अब दामिनी की मौत के बाद वन विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है.
अब देखना होगा जयपुर मुख्यालय द्वारा क्या इस पूरे मामले की जांच करवाई जाती है और दूसरी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है.
बता दें कि दामिनी की मौत के बाद से ही पूरे उदयपुर के वन प्रेमी खासे परेशान हैं और वन विभाग की लचर कार्यशैली के खिलाफ आक्रोशित है. ऐसे में अब देखना होगा प्रदेश सरकार और वन विभाग इस पूरे मामले पर क्या एक्शन लेता है.