उदयपुर. नगर निगम चुनाव में दोनों ही राजनीतिक दलों ने जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए इस बार टिकट दिए हैं. शहर में 70 वार्डों के लिए अब तक कुल 329 नामांकन पत्र भरे गए हैं, जिनमें 245 पुरुष और 84 महिला प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं. नामांकन पत्र 8 नवंबर तक वापस लिए जा सकेंगे और 9 नवंबर को चुनाव चिन्ह आवंटित होने की प्रक्रिया की जाएगी.
इस बार नगर निगम में अपना बोर्ड बनाने के लिए दोनों ही राजनीतिक दल कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए जातिगत समीकरण के आधार पर उदयपुर में इस बार टिकट वितरण किया गया है.
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भारतीय जनता पार्टी ने जहां सबसे अधिक 19 जैन प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस पार्टी ने 7 जैन प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतारा है. कांग्रेस पार्टी ने सबसे अधिक 16 ब्राह्मण प्रत्याशियों को उतारा है, वहीं भाजपा ने 12 ब्राह्मण चुनावी रण में उतारे हैं. इसी के साथ मुस्लिम और बोहरा समुदाय को कांग्रेस ने 9 टिकट दिए हैं, जबकि बीजेपी ने सिर्फ 3 प्रत्याशियों को मौका दिया है. राजपूत समाज की बात की जाए तो बीजेपी ने जहां 4 टिकट दिए हैं, वहीं कांग्रेस ने 6 टिकट राजपूत समाज को दिए हैं. दोनों ही दलों ने पिछड़े वर्ग को 4-4 टिकट दिए है.
बता दें कि उदयपुर में इस बार 70 सीटों के लिए कड़ा संघर्ष देखने को मिल रहा है. जिसमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी के साथ ही जनता सेना, उदयपुर बदलाव दल, आम आदमी पार्टी के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. ऐसे में कई सीटों पर इस बार मुकाबला दिलचस्प हो गया है.