उदयपुर. जिले में लगातार बढ़ती वारदातों के बीच पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. सलूंबर थाना पुलिस ने एक गैंग के मास्टरमाइंड सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया (Theft gang arrested in Udaipur) है, जो अलग-अलग वारदातों को अंजाम दिया करते थे. इनके निशाने पर अधिकतर जैन मंदिर रहते हैं. आरोपियों ने 35 वारदातें करना कबूल किया है.
थाना अधिकारी अजय सिंह राव ने बताया कि क्षेत्र में मंदिरों में चोरी के मामले लगातार सामने आ रहे थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक गैंग मंदिरों में चोरी करने के साथ सूने मकानों में लूट की वारदात को अंजाम दिया करती थी. इस गैंग के 9 लोगों ने अब तक करीब 35 से ज्यादा वारदातें करना स्वीकार किया है. पुलिस ने बताया कि 19 और 27 जुलाई को 2 जैन मंदिरों में बड़ी चोरी हुई थी. जहां से एक लाख की नकदी के साथ आधा दर्जन मूर्तियां और चांदी के छत्र चोरी हुए थे. क्षेत्र में लगातार बढ़ती वारदातों को देखते हुए अलग-अलग टीमें गठित की गई.
पढ़ें: भगवान को प्रणाम कर मंदिरों में चोरी को देता है अंजाम, तलाश जारी
पुलिस टीम के सदस्यों ने उदयपुर के अलग-अलग इलाकों में तलाशी की. इस दौरान पुलिस ने हिम्मतनगर, अहमदाबाद, सूरत, मुंबई और बेंगलुरु में भी काफी जगह तलाश की और आखिरकार आरोपियों को पकड़ा लिया गया. आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि सलूंबर समेत अन्य इलाकों में 35 वारदातें करना स्वीकार किया है. इसमें अधिकांश जैन मंदिर हैं. इतना ही नहीं इस शातिर गैंग के सदस्यों को चोरी के दौरान जो कुछ भी मिलता उस पर हाथ साफ कर देते थे. मंदिर की छोटी घंटी, राशन का सामान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण समेत कई कुएं से मोटर, बकरियां तक चोरी कर लेते थे. गैंग के सभी सदस्य 19 से 24 साल की उम्र के हैं. ऐसे में चोरी और अन्य वारदातों को अंजाम देने से पहले रेकी किया करते थे.