उदयपुर/डूंगरपुर. राजस्थान के उदयपुर और डूंगरपुर जिले में पुलिस ने 7 व 8 मई को कार्रवाई करते हुए एक निजी बस से कुल 2543 किलो चांदी बरामद की है. पुलिस की इस कार्रवाई के दौरान डूंगरपुर में 1321 किलो चांदी तो उदयपुर में 450 किलो चांदी की सिल्लियां और 772 किलोग्राम चांदी के आभूषण बरामद किए गए. दो दिन में करीब 16 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की चांदी की इतनी बड़ी खेप पकड़े जाने के तरीके और रूट एक ही हैं. खास बात यह भी है कि चांदी की इस बड़ी खेप का वारिस भी अब तक कोई सामने नहीं आया है.
उदयपुर और डूंगरपुर जिले की पुलिस चांदी किसकी है और ये किसके पास ले जाई जा रही थी ऐसे ही कई सवालों के जवाब ढूंढने में लगी है. दोनों जिलों की पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान बस के चालक और खलासी को डिटेन करते हुए पूछताछ की. लेकिन कोई खास जानकारी हासिल नहीं हो सकी. पुलिस ने चांदी को जब्त करके इसकी जांच शुरू कर दी है. इस मामले में उदयपुर की पुलिस की स्पेशल टीम गुजरात के अहमदाबाद जाएगी. जांच में ये पता लगाया जाएगा कि इतनी बड़ी संख्या में चांदी की सिल्लियां और चांदी के आभूषण किसने बस में रखे थे. इसके पीछे किन-किन लोगों का हाथ है, और ये माल किनको सप्लाई होना था?.
निजी बस से बिना किसी वैद्य कागजात के इतनी बड़ी मात्रा में चांदी पकड़ने जाने के बाद कई (Silver bricks worth crores seized in Udaipur) तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. क्योंकि दोनों जिलों में पकड़े गए कुल 2543 किलो ग्राम चांदी के मामले में न तो पुलिस को कोई वैद्य कागजात मिले हैं और न ही कोई वारिश सामने आया है. सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि कहीं चांदी के स्मगलिंग से जुड़ा कोई गैंग तो सक्रिय नहीं है. ऐसे ही कई सवालों को सुलझाने में पुलिस जुटी हुई है. पुलिस ने इस संबंध में जीएसटी विभाग को भी सूचना दे दी है. इसे कर चोरी से जोड़कर भी देखा जा रहा है.
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उदयपुर में केबिन साइड डिग्गी में मिली थी चांदीः उदयपुर शहर के बलीचा बाईपास पर नाकाबंदी करवाई (Huge amount of Silver ornaments found in private bus in Udaipur) गई. इस दौरान अहमदाबाद से आगरा जा रही निजी स्लीपर बस को नाकाबंदी के दौरान रोका. बस के अंदर स्लीपर केबिन साइड डिग्गी में भरे पार्सल के बारे में जब बस चालक घेमर भाई से पूछताछ की गई, तो वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया.
जब पुलिस ने बस को चेक किया, तो उसके पीछे बने केबिन साइड की डिग्गी में भारी मात्रा में पैक पार्सल नजर आए. जिनमें से करीब 4 क्विंटल 50 किलो चांदी की सिल्लियां और करीब 7 क्विंटल 72 किलो चांदी के आभूषण बरामद किया गया. इनकी मार्केट वैल्यू 8 करोड़ तक बताई जा रही है. चांदी की सिल्लियां और भारी मात्रा में चांदी के आभूषण के संबंध में मांगे जाने पर बस चालक कोई कागजात उपलब्ध नहीं करा पाया. कड़ी पूछताछ करने पर उसने बस इतना बताया कि माल अहमदाबाद से भरा गया था. जिसको उदयपुर शहर, नाथद्वारा, जयपुर व आगरा में विभिन्न स्थानों पर देना था.
किसने लोड किया पार्सल, पता नहींः बस चालक के अनुसार उसे पता नहीं कि ये पार्सल किसने लोड करवाए हैं. अब बस मालिक से लेकर चांदी तस्करों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने एक टीम बनाई है जो अहमदाबाद जाकर इस पूरे मामले की पड़ताल करेगी. पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 102 के तहत चांदी को जब्त कर लिया. वहीं पुलिस ने इस संबंध में जीएसटी विभाग को भी सूचना दे दी है. इसे कर चोरी से जोड़कर देखा जा रहा है.
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डूंगरपुर में मॉडिफाई बॉक्स से 1321 किलो चांदी बरामदः डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आगरा से गुजरात जा रही एक ट्रैवल्स बस से 1000 किलो से ज्यादा चांदी (illegal silver recovered from bus in Dungarpur) पकड़ी है. ये चांदी बस में तहखाना बनाकर रखी गई थी. पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है, लेकिन चांदी किसकी है इसका पता नहीं लग सका है.
डीएसपी राकेश कुमार शर्मा ने बताया की श्रीनाथ ट्रैवल्स की बस को 8 मई को सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर नेशनल हाईवे 48 पर रतनपुर बॉर्डर पर पकड़ा था. शुरुआत के समय तलाशी में बस में कुछ भी नहीं मिला, लेकिन बस के नीचे की तरफ खंगाला तो पीछे के टायर के नीचे मॉडिफाई बॉक्स नजर आया. इसी बॉक्स में तस्करी का संदेह हुआ तो पुलिस ने उसे खुलवाया. बस में सीटों के नीचे और टायरों के बीच तहखाने की तरह बने बॉक्स में कई तरह के कार्टून मिले. छोटे-बड़े करीब 70 ज्यादा पैकेट मिले. ड्राइवर और खलासी ने उसमें सोना, चांदी और मोती होना बताया.
पुलिस ने इन पैकेट को खोलकर देखा तो सोने-चांदी के जेवरात, चांदी की मूर्तियां और दूसरे सामान समेत भारी सामान मिला. डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि पकड़े गए सामान को तौलने और गिनती करने में 10 घंटे से ज्यादा वक्त लग गया. रात करीब 11 बजे तक गिनती पूरी हुई और पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया. डीएसपी ने बताया की 1321 किलो चांदी, 173 किलो 923 ग्राम मोती, 202 किलो 432 किलो नग, 210 ग्राम सोना समेत 56 लाख रुपए कैश बरामद किए हैं.
पुलिस ने करोड़ों का सोना, चांदी, मोती और कैश के बारे में ड्राइवर, खलासी और क्लीनर से पूछताछ की तो वे भी कोई जवाब नहीं दे सके. इस पर पुलिस ने धर्मेंद्र सिंह पुत्र शेर सिंह परमार निवासी रेवियापुरा थाना बसेड़ी धौलपुर, लकदीर पुत्र मगन रेबारी निवासी अमरावाडी अहमदाबाद, नारायणलाल पुत्र अमरा खराड़ी निवासी झिंझवा उपला बिछीवाड़ा को डिटेन किया है.