उदयपुर. सच्ची लगन और मेहनत से मिली कामयाबी का शोर अपने आप फैल जाता है. उदयपुर के किसान परिवार में जन्मे राहुल मेनारिया ने वह कर दिखाया है, जिसका एक साधारण परिवार के युवाओं की लिए सपना पिरोना भी मुश्किल होता है.
राहुल अब भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (Bhabha Atomic Research Center) मुंबई में वैज्ञानिक होंगे. इस पद के लिए परीक्षा में सफल होने के बाद राहुल सहित 94 व्यक्तियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था. इसमें से भी 22 ही चुने गए, जिनमें मेवाड़ के राहुल शामिल हैं.
राहुल बताते हैं कि वैज्ञानिक बनने के लिए 3 साल में दो एग्जाम दिए और दोनों में फेल हो गए. वे गेट के दो एग्जाम में भी असफल रहे लेकिन मन में दृढ़ विश्वास और आशा के साथ राहुल ने अपनी मेहनत के संकल्प को नहीं छोड़ा. इसी की बदौलत उन्होंने वैज्ञानिक बनने के लिए तीसरी बार भाभा के साथ इसरो में फिर भाग्य आजमाया. इसरो का एग्जाम टल गया लेकिन अप्रैल 20 में हुए भाभा के ऑनलाइन एग्जाम में उन्हें सफलता हासिल हुई.
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राहुल ने बताया कि अब वे भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के ट्रेनिंग स्कूल में साइंटिस्ट ऑफिसर सी लेवल का प्रशिक्षण लेंगे. साल भर बाद वैज्ञानिक पद पर नियुक्ति होगी और वे न्यूक्लियर पर रिसर्च करेंगे.
वहीं राहुल की सफलता के खबर मिलने के बाद आसपास के गांव के समेत पूरे मेवाड़ में राहुल की सफलता की तारीफ होने लगी है. राहुल के पिता खेती-बाड़ी का काम करते हैं. इस सफलता के बाद पूरे परिवार में मानो दिवाली जैसा माहौल है. बता दें कि इससे पहले उदयपुर की एक बेटी सोनल शर्मा भी आरजेएस की परीक्षा पास कर जज बनी हैं.