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Hitendra Garasiya Case : दिल्ली पुलिस से जंतर मंतर पर आंदोलन की अनु​म​ति पर कल होगा फैसला - हितेंद्र गरासिया के शव को रूस से भारत लाने का मामला

उदयपुर के हितेंद्र गरासिया के पार्थिव शरीर को रूस से भारत लाने के मामले में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. अब हितेंद्र के पुत्र पीयूष ने दिल्ली पुलिस से जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन आंदोलन की अनुमति (Protest on Jantar Mantar in Hitendra Garasiya case) मांगी है. इस बारे में पुलिस शुक्रवार को फैसला करेगी.

Hitendra Garasiya Case
हितेंद्र गरासिया के शव को रूस से भारत लाने का मामला
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Published : Feb 3, 2022, 10:40 PM IST

उदयपुर. रूस में मृत उदयपुर के के हितेंद्र गरासिया की देह को रूस से भारत लाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय व विदेश मंत्रालय के बाहर विरोध दर्ज करवा ज्ञापन दिया गया. इसमें हितेंद्र का शव भारत लाने और उन्हें रूस में दफनाने के दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की गई है. साथ ही जंतर मंतर पर आंदोलन के लिए पुलिस से अनुमति मांगी गई है.

जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन आंदोलन को लेकर हितेंद्र के पुत्र पीयूष व बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने अनशन सत्याग्रह व धरने की अनुमति मांगी. पुलिस ने सीमित संख्या में निश्चित समय के लिए प्रदर्शन की अनुमति देने पर सहमति जताई है. पीयूष की ओर से आंदोलन के लिये दिए गए प्रार्थना पत्र पर शुक्रवार को निर्णय लिया जाएगा. शर्मा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय व विदेश मंत्रालय के बाहर विरोध दर्ज करवाते हुये पीएम के नाम ज्ञापन दिया. ज्ञापन में भारत सरकार से शव लाने की मांग की गई है.

पढ़ें: Hitendra Garasiya Case : कोर्ट ने सरकार से कहा-जो भी करना है जल्द करें, 14 फरवरी तक भारत लाएं हितेन्द्र का शव

शर्मा ने कहा कि 12 जनवरी को तीन दिन में शव लाने का दावा करने वाली भारत सरकार इस मामले में लगातार टालमटोल कर रही है. यदि सरकार यह सोच रही है कि हम संघर्ष से पीछे हट जायेंगे, तो ऐसा नहीं होने वाला है. हितेंद्र गरासिया के सम्मानजनक अंतिम संस्कार तक आंदोलन जारी रहेगा.

उदयपुर. रूस में मृत उदयपुर के के हितेंद्र गरासिया की देह को रूस से भारत लाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय व विदेश मंत्रालय के बाहर विरोध दर्ज करवा ज्ञापन दिया गया. इसमें हितेंद्र का शव भारत लाने और उन्हें रूस में दफनाने के दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की गई है. साथ ही जंतर मंतर पर आंदोलन के लिए पुलिस से अनुमति मांगी गई है.

जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन आंदोलन को लेकर हितेंद्र के पुत्र पीयूष व बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने अनशन सत्याग्रह व धरने की अनुमति मांगी. पुलिस ने सीमित संख्या में निश्चित समय के लिए प्रदर्शन की अनुमति देने पर सहमति जताई है. पीयूष की ओर से आंदोलन के लिये दिए गए प्रार्थना पत्र पर शुक्रवार को निर्णय लिया जाएगा. शर्मा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय व विदेश मंत्रालय के बाहर विरोध दर्ज करवाते हुये पीएम के नाम ज्ञापन दिया. ज्ञापन में भारत सरकार से शव लाने की मांग की गई है.

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शर्मा ने कहा कि 12 जनवरी को तीन दिन में शव लाने का दावा करने वाली भारत सरकार इस मामले में लगातार टालमटोल कर रही है. यदि सरकार यह सोच रही है कि हम संघर्ष से पीछे हट जायेंगे, तो ऐसा नहीं होने वाला है. हितेंद्र गरासिया के सम्मानजनक अंतिम संस्कार तक आंदोलन जारी रहेगा.

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