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पुलिस की कार्रवाई के विरोध व्यापारियों ने बंद किया बाजार

उदयपुर में उस वक्त घंटाघर थाना इलाके में गहमा गहमी हो गई. जब एक ज्वेलर्स की दुकान से बाल श्रमिकों को मुक्त कराने गई टीम को विरोध का सामना करना पड़ा. जिसके बाद पुलिस और चाइल्ड लाइन की कार्रवाई का विरोध इतना बढ़ गया की व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए. हालांकि कुछ ही देर बाद विवाद सुलझ गया और व्यापारियों ने अपनी दुकानें फिर से खोल दिए.

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Published : Jul 13, 2019, 9:49 PM IST

उदयपुर पुलिस की कार्रवाई के विरोध व्यापारियों ने बंद किया बाजार

उदयपुर. शहर के घंटाघर थाना इलाके में चाइल्ड लाइन और पुलिस को बाल श्रमिक मुक्त कराने उस वक्त भारी पड़ गया. जब टीम को कार्रवाई के दौरान व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा. कार्रवाई के विरोध में उतरे घंटाघर के सर्राफा व्यापारियों ने अपनी दुकानें बन्द कर दी. यहीं नहीं थाने के बाहर जमा हो गए.

इस दौरान व्यापारियों ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. बताया जा रहा है कि चाइल्ड लाइन और पुलिस की टीम ने शुभलक्ष्मी ज्वेलर्स से बाल श्रमिका को रेस्क्यू किया था. इस दौरान व्यापारी टीम के सदस्यों के बीच बच्चे को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद पुलिस ने सर्राफा व्यापारी को भी हिरासत में ले लिया था. मामले को बढ़ता देख दो डीएसपी सहित तीन थानों का जाप्ता घंटाघर थाने पहुंचा.

उदयपुर पुलिस की कार्रवाई के विरोध व्यापारियों ने बंद किया बाजार

इस दौरान व्यापारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच करीब एक घंटे तक बंद कमरे में वार्ता का दौर चला. दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद मामला शांत हुआ. इसके बाद व्यापारियों ने एक बार फिर से बाजार खोल दिया. बता दें कि पुलिस की बाल श्रमिकों को मुक्त कराने की इस कार्रवाई के विरोध के बाद जहां व्यापारियों ने अपने बाजार बंद कर दिए. वहीं समझाइश के बाद बाजार खोल भी दिए गए थे.

उदयपुर. शहर के घंटाघर थाना इलाके में चाइल्ड लाइन और पुलिस को बाल श्रमिक मुक्त कराने उस वक्त भारी पड़ गया. जब टीम को कार्रवाई के दौरान व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा. कार्रवाई के विरोध में उतरे घंटाघर के सर्राफा व्यापारियों ने अपनी दुकानें बन्द कर दी. यहीं नहीं थाने के बाहर जमा हो गए.

इस दौरान व्यापारियों ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. बताया जा रहा है कि चाइल्ड लाइन और पुलिस की टीम ने शुभलक्ष्मी ज्वेलर्स से बाल श्रमिका को रेस्क्यू किया था. इस दौरान व्यापारी टीम के सदस्यों के बीच बच्चे को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद पुलिस ने सर्राफा व्यापारी को भी हिरासत में ले लिया था. मामले को बढ़ता देख दो डीएसपी सहित तीन थानों का जाप्ता घंटाघर थाने पहुंचा.

उदयपुर पुलिस की कार्रवाई के विरोध व्यापारियों ने बंद किया बाजार

इस दौरान व्यापारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच करीब एक घंटे तक बंद कमरे में वार्ता का दौर चला. दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद मामला शांत हुआ. इसके बाद व्यापारियों ने एक बार फिर से बाजार खोल दिया. बता दें कि पुलिस की बाल श्रमिकों को मुक्त कराने की इस कार्रवाई के विरोध के बाद जहां व्यापारियों ने अपने बाजार बंद कर दिए. वहीं समझाइश के बाद बाजार खोल भी दिए गए थे.

Intro:उदयपुर के घंटाघर थाना क्षेत्र के शुभ लक्ष्मी ज्वेलर्स पर बाल श्रमिकों को मुक्त कराने कि पुलिस और साइड लाइन की कार्रवाई का विरोध इतना बढ़ गया कि व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए हालांकि कुछ ही देर बाद विवाद सुलझ गया और व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान भी खोल दिएBody:उदयपुर के घंटाघर थाना इलाके में चाइल्ड लाइन और पुलिस को बाल श्रमिक मुक्त कराने के लिए की गई कार्रवाई में व्यापारियों के विरोध का सामना करना पडा कार्रवाई के विरोध में उतरे घंटाघर के सर्राफा व्यापारियों ने अपनी दूकानें बन्द कर दी और थाने के बाहर जमा हो गए इस दौरान व्यापारियों ने जम कर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया बताया जा रहा है कि चाइल्ड लाइन और पुलिस की टीम ने शुभलक्ष्मी ज्वैलर्स से बाल श्रमिका को रेस्क्यू किया था इस दौरान व्यापारी टीम के सदस्यों के बीच बच्चे को लेकर विवाद हो गया इसके बाद पुलिस ने सर्राफा व्यापारी को भी हिरासत में ले लिया था मामले को बढता देख दो डीएसपी सहीत तीन थानों का जाब्ता घंटाघर थाने पहुंचा इस दौरान व्यापारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच करीब एक घंटे तक बंद कमरे में वार्ता का दौर चला दोनों पक्षों के बीच संमजोता होने के बाद मामला गया इसके बाद व्यापारियों ने एक बार फिर से बाजार खोल दिया Conclusion:बता दें पुलिस की बाल श्रमिकों को मुक्त कराने की इस कार्रवाई के विरोध के बाद जहां व्यापारियों ने अपने बाजार बंद कर दिए वहीं समझाइश के बाद बाजार खोल भी दिए गए थे
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