उदयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी लड़ाई अब जगजाहिर हो गई है, प्रदेश की कांग्रेस अब दो खेमों में पूरी तरह बट चुकी है. जिसमें एक खेमा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का है, जबकि दूसरा पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट का. वहीं, इन दोनों की लड़ाई में अब विधायकों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
मंगलवार देर रात को वल्लभनगर से विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के घर व्हिप का उल्लंघन करने पर नोटिस जारी किया गया है. देर रात जिला प्रशासन के अधिकारी उनके घर पहुंचे और उनके घर के बाहर नोटिस जारी कर 17 जुलाई तक जवाब मांगा है. वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद बुधवार सुबह से ही शक्तावत समर्थक उनके घर पहुंचे और प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
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इस दौरान उनकी धर्मपत्नी प्रीति शक्तावत ने भी सरकार की इस कार्रवाई को अशोभनीय और निंदनीय बताया है. साथ ही कहा कि देर रात इस तरह से किसी को परेशान करना कहां तक जायज है.
बता दें कि गजेंद्र सिंह शक्तावत हाल-फिलहाल पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट के साथ हैं. ऐसे में उनके समर्थकों ने सचिन पायलट और शक्तावत के समर्थन में नारेबाजी की और नोटिस जारी करने के मामले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की साजिश बताया है.