उदयपुर. शहर में पिछले लंबे समय से शहरी सरकार की साधारण सभा की बैठक नहीं हुई है. बता दें कि नगर निगम बोर्ड ने पिछले 5 महीने से साधारण सभा की बैठक का आयोजन नहीं किया है. इससे शहर में चल रहे विकास कार्य जहां अधर में लटक गए हैं वहीं, जनता की मूलभूत समस्याओं पर चिंतन और मंथन भी नहीं हो पा रहा है.
लेकसिटी उदयपुर में कोरोना के संक्रमण के बढ़ते असर के चलते लंबे समय से नगर निगम की साधारण सभा की बैठक का आयोजन नहीं किया गया है. बता दें कि उदयपुर नगर निगम के महापौर की ओर से जुलाई के पहले सप्ताह में इस बैठक का आयोजन किया जाना प्रस्तावित था, लेकिन इसी दौरान उदयपुर में कोरोना वायरस विस्फोट हुआ और इसके बाद इस बैठक को रद्द करते हुए स्थिति सुधरने के कुछ दिनों में बैठक करने का निर्णय लिया गया था. लेकिन अब उदयपुर में साधारण सभा की बैठक हुए 5 महीने का वक्त बीत गया है.
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ऐसे में शहर के विकास के अहम मुद्दों पर ना तो चर्चा हो पा रही है और ना ही कोई काम धरातल पर हो पा रहा है. मानसून में उदयपुर की जनता जहां ड्रेनेज सिस्टम को लेकर खासी परेशान हैं, वहीं स्मार्ट सिटी का काम भी अब जनता के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है. अब देखना होगा उदयपुर की शहरी सरकार बैठक कर कब बंद पड़े विकास कार्यों को फिर से शुरू कर जनता की मूलभूत समस्याओं पर चर्चा करती है.
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बता दें कि राजस्थान के स्वास्थ्य शासन विभाग के नियमों के तहत नगर निगम की साधारण सभा की बैठक हर 2 महीने में होनी चाहिए थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते पहले ही इस बैठक की समयावधि के अंदर काफी बदलाव किया जा चुका था. बावजूद इसके अभी ये बैठक नहीं होना नगर निगम प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही को दर्शा रहा है.