उदयपुर. संभाग के सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी मोहनलाल सुखाड़िया में छात्रसंघ चुनाव का प्रचार परवान पर है. यहां एबीवीपी और एनएसयूआई के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव जीतने के लिए अपना पूरा दमखम लगा रहे हैं तो वहीं उम्मीदवार अब छात्रों से डोर टू डोर कैंपेन कर समर्थन में जुटे हैं. ईटीवी भारत ने भी सुखाड़िया विश्वविद्यालय के एनएसयूआई से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मोहित शर्मा से बातचीत की और जानने की कोशिश की उनके चुनावी मुद्दे क्या है.
उदयपुर में छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर है. एबीवीपी और एनएसयूआई के साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने के लिए अपना पूरा दम लगा रखे है. सभी छात्र नेता आम छात्रों के मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी से बागी होकर एनएसयूआई से अध्यक्ष पद के दावेदार बने मोहित शर्मा का कहना है कि वह छात्र संघ चुनाव में अगर जीतते हैं तो उनकी प्रमुखता सुखाड़िया विश्वविद्यालय में डिस्पेंसरी स्थापित करने के साथ ही छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित डिजिटल लाइब्रेरी उपलब्ध कराने की होगी. ताकि आम छात्र समय के साथ शिक्षा के नए स्तर को समझ और जान सकें.
वही ईटीवी भारत से बातचीत में मोहित ने कहा कि यह छात्र संघ चुनाव एक आम छात्र का चुनाव है और मुझे एनएसयूआई के साथ एबीवीपी के छात्रों का भी पूरा समर्थन मिल रहा है. क्योंकि मैं एबीवीपी काम छात्र था और आम छात्र को जब तवज्जों नहीं दी गई, तो एबीवीपी का हर आम छात्र अब मेरे साथ है. वहीं एबीवीपी के अध्यक्ष पद प्रत्याशी के राष्ट्रवाद को लेकर किए जा रहे प्रचार पर भी मोहित ने अपनी बात रखी और कहा कि मैं भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धारा 370 हटाने का समर्थक हूं और कांग्रेस पार्टी के कई नेता उनके इस फैसले का स्वागत करते हैं.
पढ़ें- छात्र संघ चुनाव 2019: मतदान प्रक्रिया से रूबरू हुईं छात्राएं, उम्मीदवारों ने की मन की बात
आपको बता दें कि हाल ही में मोहित शर्मा एबीवीपी से बागी होकर एनएसयूआई ज्वाइन कर अध्यक्ष पद के दावेदार बने. ऐसे में इस चुनाव में मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है. जहां एबीवीपी के प्रत्याशी राष्ट्रवाद को लेकर चुनावी मैदान में है, तो वहीं एनएसयूआई का प्रत्याशी आम छात्रों को खुद का साथी बताकर चुनाव में उतरा हुआ है.