भरतपुर. जिले के कुम्हेर थाना इलाके में बुधवार को अंधविश्वास के कारण एक विवाहिता की मौत हो गई. विवाहिता का गुनाह सिर्फ इतना था कि वह बेटे को जन्म नहीं दे पाई थी. जिसके बाद उसका पति उसे एक तांत्रिका के पास ले गया, जहां तांत्रिक ने उसको इलाज के नाम पर गर्म कीलों और सरियों से दागा. इसके बाद विवाहिता की मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार यह मामला कुम्हेर थाना इलाके का है. साल 2008 में विवाहिता की शादी हुई थी, जिसके बाद उसने 2 बेटियों को जन्म दिया. लेकिन उसके ससुराल वालों की चाह थी कि उसको बेटा होना चाहिए. जिसके बाद विवाहिता का पति उसको लेकर सेवर थाना इलाके के एक गांव में तांत्रिक के पास पहुंचा. तांत्रिक के कहने पर युवक ने अपनी पत्नी को तांत्रिक के पास इलाज के लिए 10 दिनों के लिए छोड़ दिया, जिसके बाद बुधवार को उसकी मौत हो गई.
पढ़ें- मनचलों ने किया परेशान, पुलिस ने भी मुंह मोड़ा, तब युवती ने उठाया यह खौफनाक कदम...
विवाहिता की मौत की सूचना पर उसका भाई ससुराल पहुंचा. विवाहिता के भाई ने बताया कि उसके शव पर आग से जलाने के निशान थे. इसके अलावा उसके शव को देखकर ऐसा लग रहा था उसके शरीर को गर्म कीलों और सरियों से दागा गया है. जिसके बाद उसने कुम्हेर थाने में अपनी बहन की हत्या का मामला दर्ज करवाया. वहीं, मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने तांत्रिक को हिरासत में ले लिया है.
मामले को लेकर तांत्रिक का कहना है कि विवाहिता का पति उसका भक्त था. उन्होंने बताया कि वे अक्सर उनके पास आया करता था. विवहिता के ससुराल वालों को बेटा चाहिए था, जिसके इलाज के लिए युवक अपनी पत्नी को आश्रम पर लेकर आया और इलाज के लिए छोड़ दिया, लेकिन बुधवार को उसकी मौत हो गई.