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कोरोना ने छीना बेजुबान जानवर का निवाला, उधार लेकर गुजारा कर रहे घोड़ी मालिक

देशभर में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण ने आमजन की जिंदगी को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है. इंसानों के साथ अब बेजुबान जानवरों के लिए भी रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल हो रहा है. उदयपुर में शादी-ब्याह में घोड़ी ले जाने वाले देवेंद्र और उनकी घोड़ी बबली अब उधारी के पैसों पर जीवन-यापन करने को मजबूर हो गए हैं.

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कोरोना संक्रमण ने छीना बेजुबान जानवर का निवाला
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Published : Jun 29, 2020, 10:38 PM IST

उदयपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण ने लोगों के जीवन को बिल्कुल ही बदलकर कर रख दिया है. अब केंद्र सरकार की ओर से अनलॉक-1 लगा दिए गए हैं, जिससे आमजन ने एक बार फिर दफ्तरों के चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं. इनमें कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन पर अब भी कोरोना का संकट छाया हुआ है, उन्हें उधार लेकर अपना जीवन गुजर-बसर करना पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही लेक सिटी उदयपुर में देखने को मिला, जहां बेजुबान जानवर के सहारे अपनी जिंदगी गुजारने वाले देवेंद्र इन दिनों खासा परेशान है.

कोरोना संक्रमण ने छीना बेजुबान जानवर का निवाला

बता दें कि देवेंद्र पेशे से एक घुड़सवार है और अपनी घोड़ी को शादी-ब्याह में ले जाकर रोजी-रोटी कमाते हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद स्थिति काफी बदल गई है, जिससे देवेंद्र की पूर्व में की गई सभी बुकिंग रद्द हो चुकी है. वहीं, अब देवेंद्र को इक्का-दुक्का लोग भी नहीं बुला रहे जिसके चलते उनका जीवन-यापन करना यहां पर काफी मुश्किल हो गया है.

पढ़ें- उदयपुर : पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां

देवेंद्र का कहना है कि पहले और अब के मुकाबले स्थिति काफी बदल गई है, काम-धंधे खत्म हो चुके है. साथ ही बताया कि जब से शादी-ब्याह में भी 50 आदमियों की लिमिट आई है तब से लोग सादगी से ही शादी कर रहे हैं. ऐसे में शादियों में भी घोड़ियों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, जिससे हम जैसे लोगों का जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है.

देवेंद्र का कहना है कि हालात इतने बिगड़ गए हैं कि अब परिवार और जानवरों को पालने के लिए उधारी लेनी पड़ रही है. उधार के सहारे ही अब जिंदगी का गुजर-बसर चल रहा है. जिले में सिर्फ देवेंद्र और उनकी घोड़ी बबली ही नहीं ऐसे कई परिवार हैं, जिन पर लॉकडाउन के चलते रोजी-रोटी का संकट चल रहा है. अब इन सभी को सरकार से उम्मीद है कि शायद सरकार इनके लिए कुछ करे.

उदयपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण ने लोगों के जीवन को बिल्कुल ही बदलकर कर रख दिया है. अब केंद्र सरकार की ओर से अनलॉक-1 लगा दिए गए हैं, जिससे आमजन ने एक बार फिर दफ्तरों के चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं. इनमें कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन पर अब भी कोरोना का संकट छाया हुआ है, उन्हें उधार लेकर अपना जीवन गुजर-बसर करना पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही लेक सिटी उदयपुर में देखने को मिला, जहां बेजुबान जानवर के सहारे अपनी जिंदगी गुजारने वाले देवेंद्र इन दिनों खासा परेशान है.

कोरोना संक्रमण ने छीना बेजुबान जानवर का निवाला

बता दें कि देवेंद्र पेशे से एक घुड़सवार है और अपनी घोड़ी को शादी-ब्याह में ले जाकर रोजी-रोटी कमाते हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद स्थिति काफी बदल गई है, जिससे देवेंद्र की पूर्व में की गई सभी बुकिंग रद्द हो चुकी है. वहीं, अब देवेंद्र को इक्का-दुक्का लोग भी नहीं बुला रहे जिसके चलते उनका जीवन-यापन करना यहां पर काफी मुश्किल हो गया है.

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देवेंद्र का कहना है कि पहले और अब के मुकाबले स्थिति काफी बदल गई है, काम-धंधे खत्म हो चुके है. साथ ही बताया कि जब से शादी-ब्याह में भी 50 आदमियों की लिमिट आई है तब से लोग सादगी से ही शादी कर रहे हैं. ऐसे में शादियों में भी घोड़ियों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है, जिससे हम जैसे लोगों का जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है.

देवेंद्र का कहना है कि हालात इतने बिगड़ गए हैं कि अब परिवार और जानवरों को पालने के लिए उधारी लेनी पड़ रही है. उधार के सहारे ही अब जिंदगी का गुजर-बसर चल रहा है. जिले में सिर्फ देवेंद्र और उनकी घोड़ी बबली ही नहीं ऐसे कई परिवार हैं, जिन पर लॉकडाउन के चलते रोजी-रोटी का संकट चल रहा है. अब इन सभी को सरकार से उम्मीद है कि शायद सरकार इनके लिए कुछ करे.

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