उदयुपर. डूंगरपुर-उदयपुर सीमा पर शिक्षक भर्ती परीक्षा- 2018 को लेकर हुए विवाद के लिए भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के साथ ही कुछ प्रशासनिक अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा किया था. वहीं अब बीजेपी के नेता मदन दिलावर ने इस पूरे मामले पर खंडन करते हुए आईपीएस अधिकारी कालूराम रावत के नाम को इस पूरे मामले से हटाया है.
बता दें कि अपने उदयपुर प्रवास के दौरान मदन दिलावर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कालूराम रावत और महावीर खराड़ी को डूंगरपुर खेरवाड़ा हिंसा के मामले में लिप्त बताया था. वहीं अब मदन दिलावर ने कहा है कि कालूराम रावत का नाम इस पूरे मामले में जुबान फिसलने के चलते आया. जबकि वे एक अच्छे और ईमानदार पुलसि अधिकारी हैं.
बता दें कि डूंगरपुर हिंसा के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस भारतीय ट्राइबल पार्टी समेत कुछ प्रशासनिक अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया था, जिनमें राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी महावीर खराड़ी और भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी कालूराम रावत भी शामिल थे. वहीं अब मदन दिलावर ने अपने बयान का खंडन करते हुए कालूराम को इस पूरे मामले से बाहर कर दिया है.