उदयपुर. प्रदेश में 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव समेत 20 जिलों के 90 निकायों पर चुनाव को लेकर दोनों ही पार्टियां भाजपा-कांग्रेस प्रचार प्रसार करने में जुटी हैं. इस बीच दोनों ही पार्टियों के नेताओं की ओर से एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी लगातार चुनाव प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में प्रदेश की गहलोत सरकार के ऊपर जमकर हमला बोला.
कटारिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में बुरी तरह से हारेगी. जनता के मन में सरकार के 2 साल के काम काज को लेकर भारी आक्रोश है. नगर पालिका में एक सीमेंट का कट्टा भी काम की दृष्टि से नहीं लगा. उन्होंने कहा कि सरकार आती है और जाती है, लेकिन खाजाना जनता का है. उन्होंने कहा कि बिजली के बिल ने भी जनता को बहुत आहत कर रखा है. कटारिया ने कहा कि सरकार के आपसी विवादों से प्रशासन ठप हो गया है. मैं बार-बार कह रहा हूं कि यह सरकार नहीं चलेगी, इसके पीछे बीजेपी नहीं है.
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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश का यह दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री और पूर्व उपमुख्यमंत्री जिस तरह से आपस में लड़ रहे हैं और एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयत्न कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, उस दिन यह सरकार गिरेगी मेरा पक्का दावा है. उन्होंने कहा कि सरकार अगर गिरेगी तो इनकी आपस के झगड़ों के कारण.
बजट सत्र के अंदर सरकार को घेरने की बात...
बजट को लेकर कटारिया ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे पहले दो बजट पेश हुए, दोनों बजट में जो घोषणएं हुईं, वह जमीन पर कहीं नहीं दिख रही है. किसानों की कर्जमाफी जमीन पर कहीं नहीं दिख रही है. बेरोजगारों को भत्ता नहीं मिल रहा, बिजली का बिल जिस तरह से बढ़ा लोग उससे दुखी हैं. प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर बिल्कुल बिगड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि विकास की दृष्टि से गहलोत सरकार जीरो है.
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किसान ट्रैक्टर मार्च को लेकर कहिए बात...
बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस जिस प्रकार से ट्रैक्टर मार्च को लेकर बातें कर रही है यह दुर्भाग्य है, कांग्रेस को कोई अधिकार नहीं है किसानों के मार्च को लेकर बातें कहने की. जिस कानून को बनाने के लिए स्वामीनाथन आयोग का गठन किया, जिसकी रिपोर्ट उनके राज में आई, जिनका प्रधानमंत्री किसान मीट में बातें करते थे, उस समय के कृषि मंत्री शरद पवार राज्यसभा में इस प्रकार की बातें कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश की सभी पार्टियों की मांग थी कि स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू किया जाए. उन्होंने कहा के 70 साल में पहली बार सरकार ने किसानों को यह दिया कि वह अपनी फसल का दाम तय कर सकते हैं.
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भाजपा कोर ग्रुप की बैठक शामिल ना होने पर दी सफाई
रविवार को भाजपा की हुई कोर ग्रुप की बैठ में शामिल नहीं होने पर गुलाबचंद कटारिया ने सफाई दी. कटारिया ने कहा कि मैं चुनाव में व्यस्था था. मैनें इसको लेकर बीजेपी आलाकमान को बता दिया था कि मेरी पहली प्राथमिकता सादड़ी में मीटिंग के साथ कपासन में मीटिंग है.