उदयपुर. जिले के ग्रामीण इलाकों में किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. टिड्डी दल के बाद अब कम गुणवत्ता वाले बीज ने किसानों की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. इस कड़ी में शुक्रवार को मेवाड़ किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही राज्य सरकार से बीज निर्माता और विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
उदयपुर के अद्कालिया गांव में नकली बीज के चलते किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. ऐसे में किसानों का आरोप है कि संजीवनी बीज कम्पनी ने मुनाफे की चाह में किसानो को नकली बीज बेचा है, जिसके कारण सीधे तोर पर किसानों को नुकसान हुआ है.
पढ़ेंः राज्यसभा चुनाव जीतकर राहुल गांधी को देंगे जन्मदिन का तोहफाः कांग्रेस विधायक
यह नुकसान किसानों की 80 बीघा जमीन में पैदा हुई मूंग की फसल पर हुआ है. कम रोग प्रतिरोधक क्षमता और कम गुणवत्ता वाले इस बीज का उपयोग करने से मूंग की फसल रोगग्रस्त हो गई है. ऐसे में किसानों की समस्या को जानने और उनको राहत पहुंचाने के उद्देश्य से मेवाड़ किसान संघर्ष समिति के किसान मौके पर पहुंचे और फसल का जायजा लिया.
संघर्ष समिति के किसानों ने सरकार से मांग की है कि इन कंपनियों पर लगाम लगाकर और बीज की जांच होने के बाद ही किसानों को बीज उपलब्ध करवाए जाए. इसके अलावा किसानों ने मिलावट युक्त बीज को बेचने वाली कम्पनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
पढ़ेंः प्रदेश में 52 नए कोरोना केस, अब तक 331 मरीजों की मौत, कुल पॉजिटिव आंकड़ा पहुंचा 13,909 पर
बता दें कि इससे पहले भी किसानों को टिड्डी दल और बेमौसम बारिश जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था. वहीं अब खराब बीज ने किसानों की सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. ऐसे में अब देखना होगा कि राज्य सरकार इस पूरे मामले पर क्या कार्रवाई करती है.