उदयपुर. जिले के नगर निगम चुनाव में अब एक नई सियासी हलचल पैदा हो गई है. बता दें कि भाजपा को नगर निगम चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिला है और कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर आई है. लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस पार्टी उदयपुर में महापौर पद के लिए अपने प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतार रही है. जिसके बाद अब भाजपा की परेशानी काफी बढ़ती नजर आ रही है.
उदयपुर नगर निगम की मतगणना संपन्न हो गई है. बता दें कि उदयपुर नगर निगम चुनाव में बीजेपी को 44 सीट और कांग्रेस पार्टी को 20 सीटों पर जीत मिली है. इसके साथ ही 6 सीट पर अन्य जीत कर नगर निगम पहुंचे हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के पास उदयपुर में स्पष्ट बहुमत है और महापौर पद के लिए बीजेपी के उम्मीदवार की जीत लगभग तय मानी जा रही थी.
लेकिन बुधवार को कांग्रेस ने इस पूरे सियासी रण में नई हलचल पैदा कर दी. उधर, कांग्रेस पार्टी भी अब महापौर पद के लिए अरूण टाक को चुनावी मैदान में उतार रही है, जो गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. ऐसे में अब देखना होगा कि 20 सीटें जीतने वाली कांग्रेस पार्टी अरुण को महापौर पद तक कैसे पहुंचाती है.
बता दें कि बीजेपी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपने 20 जीते हुए उम्मीदवारों के साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों से भी संपर्क साधना शुरू कर दिया है.माना जा रहा है कि निर्दलीय के अलावा कई भाजपा के पार्षद भी कांग्रेस पार्टी के संपर्क में है. ऐसे में अब देखना होगा कि महापौर पद पर किस पार्टी के प्रत्याशी की जीत होती है. वहीं, 26 नवंबर को उदयपुर में महापौर पद का चुनाव होना है.