श्रीगंगानगर. देश में कोरोना काल के दौरान अब बाजारों में सुस्ती टूटने की उम्मीद है. कोरोना संकट की वजह से सुनसान हुए बाजार में धनतेरस और दिवाली पर व्यापार तेज हो सकता है. हालांकि, बाजार में भीड़ अब भी उतनी नहीं है, लेकिन पिछ्ले 8 महीने से सूने पड़े बाजार में भीड़ होने से अब रौनक नजर आने लगी है.
श्रीगंगानगर शहर में भी धनतेरस के मद्देनजर बाजार सजाधजा नजर आया. धनतेरस के मौके पर शुक्रवार को बाजार में 50 करोड़ से ज्यादा का कारोबार होने की उम्मीद है. सबसे ज्यादा वाहन, इलेक्ट्रिक, ज्वौलरी और बर्तनों की खरीदारी होगी. खास मुहूर्त में हजारों नए वाहन सड़कों पर उतरेंगे. मान्यता है कि धनतेरस पर खरीदारी से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है.
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स्वर्ण व्यवसायी बताते हैं कि कोरोना संकट के बाद काफी समय से बाजार में भीड़ नहीं थी. इस बार त्रयोदशी और चतुर्दशी को लेकर लोगों में असमंजस है. ऐसे में कई लोगों ने गुरुवार को भी धनतेरस की खरीदारी की. लेकिन पंचांग के अनुसार शुक्रवार को त्रयोदशी रहेगी और इस दिन प्रदोष व्रत भी है. इस तरह शुक्रवार को भी धनतेरस मनाई जा रही है. खरीदारी के ज्यादातर शुभ मुहूर्त शुक्रवार को ही रहेंगे.
गुरुवार को भी धनतेरस पर बर्तनों के साथ लोगों ने सोने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी भी की. दुकानों में लक्ष्मी और गणेश भगवान की चांदी की मूर्ति के साथ ही सिक्कों की खूब मांग हो रही है. लोग अपने बजट के हिसाब से मांग कर रहे हैं.
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शहर में धनतेरस को देखते हुए गोल बाजार एरिया को नो एंट्री जोन बना दिया गया है. बाजार में खरीदारी करने आने वाले लोग अपने सभी तरह के वाहनों को मटका चौक स्कूल के खेल मैदान में बनाई पार्किंग, गोदारा कॉलेज गर्ल्स कॉलेज की चारदीवारी और रेलवे स्टेशन परिसर के पार्किंग स्पेस में रोककर बाजार में खरीदारी कर सकेंगे.