श्रीगंगानगर. वाहनों के अवैध संचालन के विरुद्ध रोडवेज के अनूपगढ़ डिपो कर्मियों के बाद अब श्रीगंगानगर आगार के कर्मचारी भी लामबंद हो गए हैं. श्रीगंगानगर आगार के कर्मचारियों ने रोडवेज बसों का संचालन बंद कर केंद्रीय बस स्टैंड पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया. रोडवेज कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वाहनों का अवैध संचालन बंद करने व रोडवेज बस स्टैंड के मुख्य गेट के पास लगने वाली लोक परिवहन बसों को हटाकर बस स्टैंड से 5 किलोमीटर दूर से संचालित करने की मांग की है.
रोडवेज कर्मियों ने बताया कि रोडवेज के श्रीगंगानगर शहर के केंद्रीय बस स्टैंड के सामने मुख्य सड़क पर लोग परिवहन व निजी बसें खड़ी रहती है. ये बसें यहीं से संचालित होती हैं. लोक परिवहन बसों के चालक परिचालक रोडवेज के मुख्य द्वार पर यात्रियों को अपनी बसों में बैठाते हैं. लोक परिवहन सेवा की बसों के लोग समूह बनाकर झगड़ा करते हुए मारपीट पर उतारू हो जाते हैं.
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रोडवेज बस स्टैंड के आगे मुख्य सड़क पर लोक परिवहन सेवा की बसों का अधिकृत एवं गैर कानूनी बस स्टैंड बना हुआ है, जिसको हटाया जाना जरुरी है. अनूपगढ़ श्रीगंगानगर के बाद बीकानेर हनुमानगढ़ कर्मियों ने भी बसों का संचालन ठप कर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. इस संबंध में दोनों आगार कर्मियों की ओर से कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपे गए हैं. रोडवेज बसों का संचालन ठप रहने से रोडवेज को रोजाना लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है. धरने पर बैठे इन नेताओं का कहना है कि सरकार एक तरफ रोडवेज के रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए आदेश निकाल रही है, वहीं दूसरी तरफ लोक परिवहन व निजी बसों को केंद्रीय बस अड्डों पर छूट देकर रोडवेज को खुद घाटे में ला रही है.