श्रीगंगानगर. जिले में अभिवावक सतर्कता समिति ने सोमवार को गैर सरकारी विद्यालयों द्वारा वसूली जा रही फीस को लेकर विरोध जताया. इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. अभिभावकों का कहना है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा गैर सरकारी विद्यालय के आदेश जारी किए गए थे.
इस आदेश में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को 15 मार्च के बाद बकाया कोई भी शुल्क वर्तमान में लागू और अग्रणी फीस को आगामी 3 माह तक स्थगित किया गया था. इस अवधि को बढ़ाकर राज्य सरकार ने जब तक विद्यालय ना खुले तब तक की अवधि के लिए फीस को स्थगित किए जाने का आदेश पारित किया था. साथ ही राज्य के पत्र में यह स्पष्ट आलेख है कि इस अवधि के शुल्क जमा कराने की स्थिति में किसी भी विद्यार्थी का नाम नहीं काटा जाए.
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इसी संबंध में गैर सरकारी विद्यालयों के संचालकों द्वारा बैठक की गई थी. जिसमें निर्णय लिया गया था कि शुल्क जमा नहीं करवाने पर छात्रों को ऑनलाइन कक्षा से वंचित रखा जाएगा. अब यह संदेश अभिभावकों को भिजवाए जा रहे हैं. जो कि राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना है. इससे पहले भी शिकायत की थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए एक स्कूल को नोटिस जारी किया था.
इसके बावजूद गैर सरकारी प्राइवेट स्कूल अभिभावकों पर फीस जमा करवाने के लिए जबरन दबाव बना रहे हैं. इसके साथ ही बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस लगवा रहे हैं. जिसमें फीस जमा करवाने की मनमानी कर रुपयों की वसूली की जा रही है.