श्रीगंगानगर. अगस्त 2019 में एक पाकिस्तानी परिवार अपने रिश्तेदारों से मिलने भारत आया था. लेकिन कोरोना के बाद लॉकडाउन लग गया और वो सभी यहीं फंस गए. जिसके बाद परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया. परिवार ने कई शहरों में मजदूरी कर अपना पेट पाला. जब हालात सामान्य हुए तो परिवार वापस पाकिस्तान लौटने के लिए बस से वाघा बॉर्डर के लिए निकला. लेकिन बस में ही परिवार की एक महिला रामी देवी ने एक बच्चे को जन्म दिया. जिसके बाद महिला और बच्चे को श्रीगंगानगर अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
स्थानीय लोग कर रहें हैं मदद
जब स्थानीय लोगों को इसके बारे में पता चला तो वो मदद के लिए गर्म कपड़े, खाने-पीने की चीजें लेकर अस्पताल पहुंचने लगे. बच्चे को जन्म देने वाली महिला रामी देवी ने बताया कि बुधवार रात को उसने बस में बच्चे को जन्म दिया था. उसके बाद एंबुलेंस की मदद से उसे जिला अस्पताल लाया गया. रामी देवी ने बताया कि स्थानीय लोग उसके लिए खाना और उसके बच्चे के लिए कपड़े, उपहार लेकर आए. गंगानगर में जन्म होने पर बच्चे का नाम भी महाराजा गंगा सिंह के नाम पर गंगा सिंह रखा गया है.
रामी देवी ने बताया कि जब वो बस से वापस पाकिस्तान जाने के लिए वाघा बॉर्डर जा रहे थे तो गंगानगर पहुंचने पर उसने एक बच्चे को जन्म दिया. जिसके चलते उसे और उसके परिवार को रुकना पड़ा. बाकी के पाकिस्तानी यात्री वाघा बॉर्डर के लिए रवाना हो गए. रामी देवी ने कहा कि बच्चे का वजह कुछ कम है इसलिए उसे निगरानी में रखा गया है. दूसरे देश में लोगों की ऐसी मदद पाने की खुशी रामी देवी के चेहरे पर नजर आई. रामी देवी और उनका परिवार पाकिस्तान के सिंध प्रांत का रहने वाला है.