श्रीगंगानगर. एनएचएम के तहत कार्यरत जीएनएम नर्स ग्रेड सेकंड कार्मिकों ने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर जिला अस्पताल पर प्रदर्शन किया. साथ ही नर्सिंगकर्मियों ने मानदेय बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम जिला अस्पताल पीएमओ डॉ. केशव कामरा को ज्ञापन दिया. ज्ञापन देने आए नर्सिंगकर्मियो ने कहा कि एनएचएम 2016 स्टाफ नर्स का वेतन 7 हजार 900 रुपए से बढ़ाकर 26 हजार 500 रुपए किया जाए.
इनकी माने तो वेतन बढ़ोतरी के लिए एनएचएम स्वास्थ्य मिशन डायरेक्टर की ओर से परियोजना निदेशक के अध्यक्षता पांच सदस्यीय कमेटी में बनाई गई थी. इस कमेटी को 25 जून 2020 को रिपोर्ट देनी थी, प्रयोजना निदेशक की अध्यक्षता में एनएचएम 2016 के स्टाफ नर्स लीडर के साथ मीटिंग आयोजित की गई थी. जिसमें यूटीवी स्टाफ नर्स और अन्य राज्यों के एनएचएम स्टाफ नर्स की वेतन वृद्धि दर के साथ से संबंधित सभी प्रूफ एनएचएम परियोजना निदेशक महोदय को दिए गए थे. लेकिन मीटिंग को 3 महीने होने को आए हैं लेकिन एनएचएम डिपार्टमेंट का किसी प्रकार का कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है.
नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि वेतन बढ़ाने की मांग कई बार सरकार तक पहुंचाई गयी है. परंतु सरकार ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया. ऐसे में अब नर्सिंग कर्मी 7900 रुपए में अपना गुजारा और परिवार का भरण पोषण कर रहे है, जिसमें बड़ी मुश्किल हो रही है.
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एसे में अब प्रदेश में एनएचएम 2016 की स्टाफ नर्स ने फैसला किया है कि, यदि सरकार ने जल्दी ही वेतन बढ़ोतरी संबंधी कोई फैसला नहीं किया तो अक्टूबर माह में पूरे प्रदेश में 3300 नर्सिंगकर्मी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर देंगे. एनएचएम के तहत लगे नर्सिंगकर्मियों ने साफ संकेत दिया है कि कोरोना संकट मे भी जब सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है. ऐसे में नर्सिंगकर्मी अपना आंदोलन तेज करने पर मजबूर होंगे.