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श्रीगंगानगर: आबकारी विभाग की शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई, अब तक 22 गिरफ्तार

श्रीगंगानगर में लॉकडाउन के दौरान हथकढ़ शराब बनाने वाले माफिया सक्रिय हुए हैं, जिसको देखते हुए आबकारी विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. अब तक 22 व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसके बावजूद शराब माफिया के हौसले बुलंद हैं. हथकढ़ शराब की लगातार बिक्री होती नजर आ रही है.

Sriganganagar News, हथकढ़ शराब माफिया
श्रीगंगानगर में हथकढ़ शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई जारी
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Published : May 8, 2020, 5:15 PM IST

श्रीगंगानगर. सीमावर्ती जिले में हथकढ़ शराब बनाने वाले लगातार सक्रिय रहते हैं. लेकिन, लॉकडाउन के बाद हथकढ़ शराब माफिया के गोरखधंधे जिस तरह से फलने-फूलने लगे हैं, उससे सरकार को राजस्व में बड़ा नुकसान हुआ है. साथ ही हथकढ़ शराब पीने वालों की जान भी जोखिम में है.

लॉकडाउन के दौरान शराब बंद रहने के चलते श्रीगंगानगर जिले में हथकढ़ शराब बनाने वाले माफिया इतने सक्रिय हो गए हैं कि आबकारी विभाग की कार्रवाई के बावजूद उनके हौसले पस्त नहीं पड़ रहे हैं. हथकढ़ शराब की लगातार बिक्री होती नजर आ रही है.

श्रीगंगानगर में हथकढ़ शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई जारी

पढ़ें: प्रदेश में लॉकडाउन और कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर 5 हजार लोगों के खिलाफ 2350 मामले दर्ज

आबकारी विभाग में इंस्पेक्टर सुरेश चौधरी बताते हैं कि लॉकडाउन लागू होने के बाद आबकारी विभाग की सबसे बड़ी प्राथमिकता ये थी कि जिले में हथकढ़ और कच्ची शराब की बिक्री ना हो, इसको देखते हुए आबकारी विभाग ने हथकढ़ शराब माफिया पर धावा बोलते हुए कई बड़ी कार्रवाई की है.

आबकारी इंस्पेक्टर के मुताबिक 1 लाख 21 हजार 997 लीटर कच्ची शराब नष्ट की गई है. इसके अलावा 67 बोतल हथकढ़ शराब जब्त की गई है. वहीं, अवैध रूप से बेची जा रही 687 लीटर देसी शराब भी पकड़ी है, जबकि 64 अभियोग पंजीबद्ध किए गए हैं. इस तरह कुल 85 अभियोग दर्ज किए गए हैं, जिसमें 22 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. आबकारी विभाग की कार्रवाई अभी भी लगातार जारी है.

साथ ही इंस्पेक्टर सुरेश चौधरी ने बताया कि कच्ची शराब बहुत खतरनाक है. उसको पीने वाले की जान तक जा सकती है. वहीं, लोग इससे अंधे भी हो सकते हैं. ऐसे में लोगों को कच्ची शराब से दूरी बनाकर रहना चाहिए.

श्रीगंगानगर. सीमावर्ती जिले में हथकढ़ शराब बनाने वाले लगातार सक्रिय रहते हैं. लेकिन, लॉकडाउन के बाद हथकढ़ शराब माफिया के गोरखधंधे जिस तरह से फलने-फूलने लगे हैं, उससे सरकार को राजस्व में बड़ा नुकसान हुआ है. साथ ही हथकढ़ शराब पीने वालों की जान भी जोखिम में है.

लॉकडाउन के दौरान शराब बंद रहने के चलते श्रीगंगानगर जिले में हथकढ़ शराब बनाने वाले माफिया इतने सक्रिय हो गए हैं कि आबकारी विभाग की कार्रवाई के बावजूद उनके हौसले पस्त नहीं पड़ रहे हैं. हथकढ़ शराब की लगातार बिक्री होती नजर आ रही है.

श्रीगंगानगर में हथकढ़ शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई जारी

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आबकारी विभाग में इंस्पेक्टर सुरेश चौधरी बताते हैं कि लॉकडाउन लागू होने के बाद आबकारी विभाग की सबसे बड़ी प्राथमिकता ये थी कि जिले में हथकढ़ और कच्ची शराब की बिक्री ना हो, इसको देखते हुए आबकारी विभाग ने हथकढ़ शराब माफिया पर धावा बोलते हुए कई बड़ी कार्रवाई की है.

आबकारी इंस्पेक्टर के मुताबिक 1 लाख 21 हजार 997 लीटर कच्ची शराब नष्ट की गई है. इसके अलावा 67 बोतल हथकढ़ शराब जब्त की गई है. वहीं, अवैध रूप से बेची जा रही 687 लीटर देसी शराब भी पकड़ी है, जबकि 64 अभियोग पंजीबद्ध किए गए हैं. इस तरह कुल 85 अभियोग दर्ज किए गए हैं, जिसमें 22 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. आबकारी विभाग की कार्रवाई अभी भी लगातार जारी है.

साथ ही इंस्पेक्टर सुरेश चौधरी ने बताया कि कच्ची शराब बहुत खतरनाक है. उसको पीने वाले की जान तक जा सकती है. वहीं, लोग इससे अंधे भी हो सकते हैं. ऐसे में लोगों को कच्ची शराब से दूरी बनाकर रहना चाहिए.

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