श्रीगंगानगर. शहर में हुई बारिश ने एक बार फिर नगर परिषद के दावों की पोल खोल कर रख दी है. सोमवार को हुई करीब 11 एमएम बारिश के बाद शहर की मुख्य सड़कों पर पानी भरा नजर आया. वहीं शहर की कई निचली आबादी की गलियां तो पानी से लबालब भर गई. पानी की निकासी नहीं हो पाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं नगर परिषद ने पानी निकासी के कोई इंतजाम भी नहीं किए हैं. शहर में पिछले सप्ताह हुई मामूली बारिश का पानी अभी पूरी तरह गलियों से निकला ही नहीं था कि सोमवार को ही बारिश ने एक बार फिर नगर परिषद के दावों को खोखला साबित कर दिया है.
जिला मुख्यालय पर बरसात शुरू होने के एक घंटे के दौरान ही शहर की सड़कों पर पानी भर गया. शहर में करीब 11 एमएम बारिश के कारण शहर के कई निचले इलाकों, कच्ची बस्तियों में जलभराव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. रविंद्र पथ, गौशाला मार्ग, जवाहर नगर में अग्रसेन नगर रोड, वार्ड 30 के सेतिया कॉलोनी मुख्य मार्ग, पुरानी आबादी टावर रोड, सब्जी मंडी के पास उदाराम चौक रोड, गुरुनानक बस्ती के निचले इलाके में पानी भरने के कारण लोग परेशान रहे.
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नगर परिषद अधिकारियों ने भी बरसात से जलभराव की स्थिति का जायजा लिया. लेकिन, रात तक पानी निकासी नहीं हो पाई. बारिश के कारण सीवरेज प्रभावित इलाके में दलदल हो गई. बसंती चौक के आसपास की कॉलोनियों, रोहित उद्योग में तो कीचड़ के कारण लोग परेशान रहे.
इंदिरा कॉलोनी में हाउसिंग बोर्ड सहित अन्य इलाकों में सीवर लाइन के लिए खोदे गए गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका बनी रही. वहीं पुरानी आबादी, रविंद्र पथ, सुखाड़िया सर्किल इलाकों में पानी निकासी करने के लिए अधिकारियों को कहा गया. लेकिन, नगर परिषद आयुक्त व नगर विकास न्यास सचिव ने शहर के हालात की जानकारी तो ली, मगर टैंकर नहीं मिलने से पानी निकासी नही करवाई जा सकी.