खंडेला(सीकर). खंडेला तहसील कोर्ट परिसर में एक स्टाम्प वेंडर ने आत्मदाह की असफल कोशिश (Attempt To Suicide In Khandela) की. स्टॉम्प वेंडर महेश बधाला ने तहसील कोर्ट की पंजीयन शाखा में पहले खुद पेट्रोल छिड़का और जैसे ही माचिस निकाली वहां मौजूद अन्य वेंडर्स ने उसे पकड़ लिया. अचानक हुए इस घटनाक्रम से बौखलाए तहसील कर्मचारियों, वकील व वहां मौजूद लोगों में अफरा तफरी का माहौल बन गया (Man attempt to Self ablaze failed In Khandela). पुलिस को सूचित किया गया जिसने मौके पर पहुंच स्टाम्प वेंडर महेश बधाला को गिरफ्तार किया. वजह को लेकर अब तक कोई खुलासा नहीं हुआ है. पिछले माह 9 जून को एसडीएम कोर्ट में एक वकील ने आत्मदाह किया था.
घटना सोमवार शाम 5 जुलाई 2022 की है. बताया जा रहा है कि तहसील कोर्ट परिसर में (Suicide attempt at Khandela District Court) सोमवार शाम गोविंदपुरा निवासी लाइसेंस धारी स्टाम्प वेंडर महेश बधाला पहुंचा. उसने वहां मौजूद क्लर्क से कुछ बातचीत की और तहसीलदार सुमन चौधरी के पास पहुंचा. फिर अपनी बात कह वहां से निकल गया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वो तभी काफी गुस्से में दिख रहा था. कथित तौर पर वो अपना वाहन तेज स्पीड में लेकर परिसर से रवाना हो गया. लौटा तो उसके हाथ में कोई पेट्रोलियम पदार्थ का कैन था. जिसे उसने खुद पर डाला और माचिस निकालने लगा. अचानक होती घटना से सकते में आए साथियों ने उसे पीछे से पकड़कर काबू में किया और आत्मदाह से रोक लिया.
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तहसीलदार सुमन चौधरी ने बताया कि महेश बधाला नाम का व्यक्ति के पास स्टाम्प वेंडर का लाइसेंस है. जिसने शुक्रवार को कुछ दस्तावेज सौंपे थे. आज मेरे पास लेने के लिए आया था. खंडेला तहसील का मेरे पास अतिरिक्त चार्ज है. रींगस तहसील में ट्रांसफर हो गया है. रींगस तहसील से कार्य करने के बाद खंडेला तहसील आई और शुक्रवार के कागजों पर साइन किए. तभी पंजीयन शाखा में महेश गया और बाबू से बात की फिर मेरे पास आकर बोला मुझे डॉक्युमेन्ट्स नहीं चाहिए. इनको फाड़कर फेंक दूंगा. इसके बाद गाड़ी तेज स्पीड में लेकर वहां से चला गया. फिर उसके बाद डीजल या पेट्रोल ऐसा कुछ पदार्थ लेकर तहसील में आया और अपने ऊपर डाल लिया. स्टाफ, वकीलों और स्टाम्प वेंडरों ने उसे पकड़ लिया और हादसे को टाल दिया. महेश के खिलाफ काार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि 9 जून 2022 को भी एसडीएम कोर्ट में एक वकील ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा ली थी. जिसकी जयपुर इलाज के दौरान मौत हो गई थी.