सीकर. जिले में मनरेगा में मजदूरों को पूरी मजदूरी नहीं मिल पा रही है. इसको लेकर जिले भर में कई बार मांग उठ चुकी है, लेकिन मजदूरों की समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है. सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने भी इस मांग को उठाया है और उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह से मजदूरों की समस्या का समाधान होना चाहिए.
जानकारी के मुताबिक के मनरेगा में 220 रुपए की मजदूरी निर्धारित है, लेकिन उसके पीछे नियम यह है कि जो भी मजदूर काम पर जाएगा उसे निश्चित मात्रा में मिट्टी खोदनी होगी. मनरेगा में काफी संख्या में बुजुर्ग मजदूर या महिलाएं जाती है और वे उतनी मिट्टी की खुदाई नहीं कर पाती है. इस वजह से उन्हें पूरी मजदूरी नहीं मिल पाती है.
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बहुत सारे मजदूरों को 200 रुपए से भी कम की मजदूरी मिल रही है. सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती का कहना है कि प्रशासन को इसका रास्ता निकालना चाहिए और मजदूरों से ग्रुप में काम करवाना चाहिए. अगर ग्रुप में काम करेंगे तो काम जल्दी होगा और मजदूरी भी पूरी मिलेगी. उन्होंने कहा कि नियमों में सहूलियत के लिए वे केंद्र सरकार से भी मांग करेंगे.