सीकर. एसएफआई का आरोप है कि यहां पर प्राचार्य एबीवीपी को सपोर्ट कर रहे हैं और अध्यक्ष पद पर एसएफआई को हरवाना चाह रहे हैं. काफी समझाइश के बाद कलेक्टर ने एसडीएम की मौजूदगी में फिर से मतगणना शुरू करवाई. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी कन्या महाविद्यालय में धांधली की जांच की मांग कर रहे थे. वहीं, मामला बढ़ता देख पुलिस ने फिर से लाठीचार्ज कर दिया. जिसमें तीन दर्जन से ज्यादा समर्थकों को गिरफ्तार किया गया और कई समर्थकों को चोटें आईं
जानकारी के मुताबिक श्री कल्याण कन्या राजकीय महाविद्यालय में उपाध्यक्ष महासचिव और संयुक्त सचिव पद एसएफआई काफी बढ़त बनाए हुए है. लेकिन अध्यक्ष के पद पर पार्टी के प्रत्याशी को पीछे बताया जा रहा है. इसको देखते हुए एसएफआई ने विरोध शुरू कर दिया. इससे पहले नामांकन के दौरान भी यहां पर एसएफआई के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी का पर्चा खारिज कर दिया गया था.
पढ़ें: वसुंधरा के गढ़ पर NSUI का कब्जा, गर्ल्स कॉलेज में हासिल की लगातार 7वीं बार जीत
इसके बाद एसएफआई ने दूसरी प्रत्याशी को समर्थन दिया था. माकपा के पूर्व विधायक पेमाराम और जिला सचिव किशन पारीक के नेतृत्व में एसएफआई के सैकड़ों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंच गए. मामला बढ़ने पर कॉलेज के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई. वहीं, रिकाउंटिंग के दौरान पुलिस के सैकड़ों जवान जाट हॉस्टल में घुसे और धक्कामुक्की कर मारपीट की. इस दौरान पुलिस ने पूर्व विधायक पेमाराम किशन पारीक को गिरफ्तार किया है. जबकि पूर्व विधायक अमराराम के साथ पुलिस ने धक्कामुक्की की.