नीमकाथाना (सीकर). सरकारी दफ्तरों के कामकाज से रोजाना आम आदमी को दो चार होना पड़ता है. एक छोटा सा काम करवाने के लिए उसे कई बार चक्कर लगवाए जाते हैं. उसके बाद भी अगर जुगाड़ ना हो तो काम होगा इसकी कोई गारंटी नहीं है. ये हमारे देश में आम बात है. लेकिन सीकर में एक सहायक प्रशासनिक अधिकारी भी पिछले 10 महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट-काट कर परेशान हो गया है. लेकिन उसको पेंशन नहीं मिल रही है.
क्या है पूरा मामला
सीकर के नीमकाथाना उपखंड कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद से अनिल शर्मा 10 महीने पहले 29 फरवरी 2020 को रिटायर्ड हुए थे. लेकिन पिछले 10 महीनों से अनिल शर्मा को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद भी पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है. पीड़ित ने इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर और राज्य मानवाधिकार आयोग को भी शिकायत की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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अनिल शर्मा ने बताया कि उनके परिवार में 5 लोग हैं जो पेट पालने के लिए पेंशन पर निर्भर हैं. पिछले 10 महीनों में कई बार इसकी शिकायत की दफ्तरों के चक्कर काटे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, परिवार को पेट पालना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि अभी तक पीपीओ भी जारी नहीं हुआ है.
वहीं वित्तीय विभाग व राजस्थान पेंशन विभाग की तरफ से समय-समय पर परिपत्र जारी कर रिटायरमेंट की तारीख को ही पेंशन के समस्त लाभ देने के निर्देश दिए गए है. लेकिन पीड़ित विभाग के 10 महीने से चक्कर काट रहा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.