सीकर. आरटीई के तहत निजी स्कूलों में पढ़ने वाले सीकर के 130 बच्चों की टीसी काटने का मामला सामने आया है. एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी ने स्कूलों की आईडी और पासवर्ड चुरा कर बच्चों की टीसी काट दी. सीकर के पलसाना और खाटूश्यामजी के चार स्कूलों के बच्चों की टीसी काटी गई है. खास बात यह है कि यह कारनामा करने वाले ने खुद ने ही कलेक्टर एसपी को चिट्ठी लिखी, लेकिन खुद का नाम नहीं बताया और खुद को कॉमन मैन बताया है.
चिट्ठी में लिखा है कि यह निजी स्कूल आरटीई में पढ़ने वाले बच्चों से भी फीस वसूल कर रहे थे. इसलिए सबक सिखाने के लिए उसने यह कदम उठाया है. फिलहाल जिन स्कूलों के बच्चों की टीसी काटी है, उन्होंने रानोली और खाटूश्यामजी थाने में मुकदमा दर्ज करवाएं हैं. जानकारी के मुताबिक सीकर के खाटूश्यामजी में स्थित जया पब्लिक स्कूल, पलसाना में स्थित आइडियल एजुकेशन संस्थान, पलसाना में ही जया शिक्षण संस्थान और सूरज स्मार्ट स्कूल के 130 बच्चों की टीसी काट दी गई है.
इन बच्चों की टीसी काटने के लिए स्कूलों के आईडी और पासवर्ड को हैक किया गया है. स्कूल प्रबंधन ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाएं हैं. इसी दौरान एक चिट्ठी कलेक्टर और एसपी को मिली है, जिसमें लिखा गया है कि मैंने स्कूलों को सबक सिखाने के लिए यह टीसी काटी है. यह सब स्कूल आरटीई के तहत पढ़ने वाले बच्चों से भी फीस वसूल कर रहे थे.
यह लिखा है चिट्ठी में...
यह पूरी कहानी किसी फिल्मी सीन से कम नहीं है. जिस व्यक्ति ने चिट्ठी लिखी है उसने लिखा है कि मैं पलसाना का नागरिक हूं और सरकारी सेवा से रिटायर हूं. मुझे जानकारी मिली थी कि आरटीई के तहत पढ़ने वाले बच्चों से भी पलसाना और खाटूश्यामजी के स्कूल फीस वसूल कर रहे हैं. तब मैंने इनको सबक सिखाने के लिए यह खेल किया है.
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इसके लिए बटन और पेन वाला कैमरा इस्तेमाल किया और अभिभावक बन कर स्कूलों में गया. इस दौरान गुप्त कैमरे से स्कूलों की टीसी आईडी और पासवर्ड चुरा लिया और इसके बाद टीसी काट दी. मेरा यह सुझाव है कि आरटीई का भुगतान सीधे बच्चों के खाते में किया जाए. चिट्ठी लिखने वाले ने कहीं भी अपना नाम नहीं लिखा है. हालांकि, मुकदमा दर्ज होने के बाद अब पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है.