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ठेठ देशी भाषा की राजस्थानी फिल्म 'चिड़ी बल्ला' को 'आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड' मिला

फतेहपुर कस्बे के युवा प्रोड्यूसर राधेश्याम पीपलवा के ओर से राजस्थानी भाषा मे बनाई गई फिल्म चिड़ी बल्ला को भूटान में आयोजित ड्रक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था. जहां इस फिल्म को पारिवारिक कैटेगिरी और बच्चों की कैटेगिरी में बेस्ट फिल्म अवार्ड और आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है. यह फिल्म के साथ-साथ राजस्थान के लिए भी गौरव की बात है.

राजस्थानी फिल्म चिड़ी बल्ला , Rajasthani film Chidi Balla
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Published : Sep 21, 2019, 2:48 PM IST

Updated : Sep 21, 2019, 3:03 PM IST

फतेहपुर. कस्बे के युवा प्रोड्यूसर के ओर से राजस्थानी भाषा मे बनाई गई फिल्म चिड़ी बल्ला नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. पहले फिल्म को अमेरिका के 8वें डीसी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में चयनित किया गया था. वहीं अब फिल्म को भूटान में आयोजित ड्रक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दो कैटेगिरी में आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड मिला है. यह पहला मौका है जब राजस्थानी भाषा में बनी राजस्थानी संस्कृति पर फिल्म को यह अवार्ड मिला है.

राजस्थानी फिल्म चिड़ी बल्ला को मिला आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड

बता दें कि फतेहपुर कस्बे के युवा प्रोड्यूसर राधेश्याम पीपलवा ने राजस्थानी भाषा और संस्कृति पर फिल्म चिड़ी बल्ला बनाई है. फिल्म को अभी राजस्थान सहित देश भर में प्रदर्शित नहीं किया गया है. अभी तक फिल्म को विभिन्न फिल्म फेस्टिवल्स में ही भेजा जा रहा है. इस फिल्म का हाल ही में अमेरिका के 8वें डीसी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी चयन हुआ था.

पढ़ेंः जोधपुर में पहली बार पूरे नगर निगम क्षेत्र में लागू हुई 'डोर टू डोर' कचरा संग्रहण व्यवस्था

वहीं फिल्म को भूटान में आयोजित ड्रक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था. वहां पर फिल्म को पारिवारिक कैटेगिरी और बच्चों की कैटेगिरी में बेस्ट फिल्म अवार्ड और आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है. यह फिल्म के साथ-साथ राजस्थान के लिए भी गौरव की बात है. बता दें कि राजस्थानी संस्कृति पर आधारित फिल्म चिड़ी बल्ला को अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में जबरदस्त रेस्पॉन्स मिल रहा है. निदेशक राधेश्याम पीपलवा ने बताया कि विदेशियों को भी राजस्थानी संस्कृति अच्छी लग रही है. अब तक फिल्म दो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में नामित हो चुकी है इनमें से एक में अवार्ड भी जीत चुकी है.

पढ़ेंः बेवजह टीसी नहीं रोक सकता स्कूल: हाईकोर्ट

राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग

राधेश्याम पीपलवा इससे पहले कई फिल्म बना चुके है. उनका कहना है कि छोटे-छोटे प्रदेशों की स्थानीय भाषाओं को सरकार से मान्यता प्राप्त है. लेकिन राजस्थानी भाषा को अभी तक मान्यता नहीं मिली है. इसलिए मन में एक टिस है कि मेरी भाषा को भी मान्यता मिले, इसके लिए राजस्थानी संस्कृति को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने के लिए यह राजस्थानी फिल्म बनाई है.

फिल्म में राजस्थानी संगीत और संस्कृति को लोगों के ओर से बेहद पसंद किया जा रहा है. राजस्थानी भाषा को मान्यता मिल जाएगी तो फिल्म क्षेत्र में बहुत फायदा हो सकेगा. पिपलवा ने बताया कि युवा लडक़े की जीवित कहानी पर आधारित फिल्म में राजस्थानी म्यूजिक, राजस्थानी कल्चर और राजस्थानी हैरिटेज की विशेष प्रस्तुति है.

फतेहपुर. कस्बे के युवा प्रोड्यूसर के ओर से राजस्थानी भाषा मे बनाई गई फिल्म चिड़ी बल्ला नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. पहले फिल्म को अमेरिका के 8वें डीसी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में चयनित किया गया था. वहीं अब फिल्म को भूटान में आयोजित ड्रक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दो कैटेगिरी में आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड मिला है. यह पहला मौका है जब राजस्थानी भाषा में बनी राजस्थानी संस्कृति पर फिल्म को यह अवार्ड मिला है.

राजस्थानी फिल्म चिड़ी बल्ला को मिला आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड

बता दें कि फतेहपुर कस्बे के युवा प्रोड्यूसर राधेश्याम पीपलवा ने राजस्थानी भाषा और संस्कृति पर फिल्म चिड़ी बल्ला बनाई है. फिल्म को अभी राजस्थान सहित देश भर में प्रदर्शित नहीं किया गया है. अभी तक फिल्म को विभिन्न फिल्म फेस्टिवल्स में ही भेजा जा रहा है. इस फिल्म का हाल ही में अमेरिका के 8वें डीसी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी चयन हुआ था.

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वहीं फिल्म को भूटान में आयोजित ड्रक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था. वहां पर फिल्म को पारिवारिक कैटेगिरी और बच्चों की कैटेगिरी में बेस्ट फिल्म अवार्ड और आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है. यह फिल्म के साथ-साथ राजस्थान के लिए भी गौरव की बात है. बता दें कि राजस्थानी संस्कृति पर आधारित फिल्म चिड़ी बल्ला को अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में जबरदस्त रेस्पॉन्स मिल रहा है. निदेशक राधेश्याम पीपलवा ने बताया कि विदेशियों को भी राजस्थानी संस्कृति अच्छी लग रही है. अब तक फिल्म दो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में नामित हो चुकी है इनमें से एक में अवार्ड भी जीत चुकी है.

पढ़ेंः बेवजह टीसी नहीं रोक सकता स्कूल: हाईकोर्ट

राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग

राधेश्याम पीपलवा इससे पहले कई फिल्म बना चुके है. उनका कहना है कि छोटे-छोटे प्रदेशों की स्थानीय भाषाओं को सरकार से मान्यता प्राप्त है. लेकिन राजस्थानी भाषा को अभी तक मान्यता नहीं मिली है. इसलिए मन में एक टिस है कि मेरी भाषा को भी मान्यता मिले, इसके लिए राजस्थानी संस्कृति को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने के लिए यह राजस्थानी फिल्म बनाई है.

फिल्म में राजस्थानी संगीत और संस्कृति को लोगों के ओर से बेहद पसंद किया जा रहा है. राजस्थानी भाषा को मान्यता मिल जाएगी तो फिल्म क्षेत्र में बहुत फायदा हो सकेगा. पिपलवा ने बताया कि युवा लडक़े की जीवित कहानी पर आधारित फिल्म में राजस्थानी म्यूजिक, राजस्थानी कल्चर और राजस्थानी हैरिटेज की विशेष प्रस्तुति है.

Intro:राजस्थानी फिल्म चिड़ी बल्ला को भूटान में आयोजित ड्रक फिल्म फेस्टिवल में मिला आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड Body:फतेहपुर. कस्बे के युवा प्रोड्यूसर द्वारा राजस्थानी भाषा मे बनाई फिल्म चिड़ी बल्ला नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। पहले अमेरिका के 8 वे डीसी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में चयनित किया था वही अब फिल्म को भूटान में आयोजित ड्रक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दो कैटेगिरी में आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड मिला है। यह पहला मौका है जब राजस्थानी भाषा मे बनी राजस्थानी संस्कृति पर फिल्म को यह अवार्ड मिला है। जानकारी के अनुसार फतेहपुर कस्बे के युवा प्रोड्यूसर राधेश्याम पीपलवा ने राजस्थानी भाषा व संस्कृति पर फिल्म चिड़ीबल्ला बनाई। फिल्म को अभी राजस्थान सहित देश भर में प्रदर्शित नहीं किया है। अभी तक फिल्म को विभिन्न फिल्म फेस्टिवल्स में भेजा जा रहा है। फिल्म चिड़ी बल्ला का हाल ही में अमेरिका के 8 वे डीसी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में चयन हुआ था। अब फिल्म को भूटान में आयोजित ड्रक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया। वहा पर फिल्म को पारिवारिक कैटेगिरी व बच्चों की कैटेगिरी में बेस्ट फिल्म अवार्ड से नवाजा गया। फिल्म चिड़ीबल्ला को इन दोनों कैटेगिरी में आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। यह फिल्म के साथ साथ राजस्थान के लिए गौरव की बात है।

विदेशियों को भी खूब भा रही है राजस्थानी संस्कृति
राजस्थानी संस्कृति पर आधारित फिल्म चिड़ी बल्ला को अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में जबरदस्त रेस्पॉन्स मिल रहा है। निदेशक राधेश्याम पीपलवा ने बताया कि विदेशियों को भी राजस्थानी संस्कृति अछि लग रही है। अब तक फिल्म दो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में नामित हो चुकी है इनमें से एक मे दो कैटेगिरी अवार्ड भी जीत चुकी हैं।

राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग
राधेश्याम पीपलवा इससे पहले कई फिल्म बना चुके हैं। उनका कहना है कि छोटे छोटे प्रदेशो की स्थानीय भाषाओं को सरकार से मान्यता प्राप्त है। लेकिन राजस्थानी भाषा को अभी तक मान्यता नहीं है। इसलिए मन में एक टिस है कि मेरी भाषा को भी मान्यता मिले। इसके लिए राजस्थानी संस्कृति को विश्व पटल पर प्रदर्शित करने के लिए राजस्थानी फिल्म बनाई। फिल्म में राजस्थानी संगीत व संस्कृति को लोगो के द्वारा बेहद पसंद किया जा रहा हैं। राजस्थानी भाषा को मान्यता मिल जाएगी तो फिल्म क्षेत्र में बहुत फायदा हो सकेगा। पिपलवा ने बताया कि युवा लडक़े की जीवित कहानी पर आधारित फिल्म में राजस्थानी म्यूजिक, राजस्थानी कल्चर व राजस्थानी हैरिटेज की विशेष प्रस्तुति हैं।
Conclusion:
Last Updated : Sep 21, 2019, 3:03 PM IST
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