सीकर. देश में कोरोना से ठीक हो चुके लोग अभी भी अपना प्लाज्मा डोनेट करने से कतरा रहे हैं जबकि जिले के सुधीर महरिया स्मृति संस्थान के सदस्य प्लाज्मा डोनेट करने में मिसाल कायम कर रहे हैं. संस्थान के सदस्यों की ओर से पिछले 1 वर्ष में 225 बार प्लाज्मा डोनेट किया जा चुका है. इसके अतिरिक्त पिछले वर्ष लॉकडाउन के समय संस्थान की ओर से कई दिनों तक सीकर एवं आसपास के क्षेत्रों में असहाय लोगों को राशन के किट भी वितरित किए गए थे. संस्थान के सदस्य एवं फतेहपुर के पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया ने बुधवार को सीकर के सिल्वर जुबली रोड स्थित मित्तल हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में अपना प्लाज्मा डोनेट किया.
पढ़ें: Oxygen Crisis : गहलोत सरकार चीन और खाड़ी देशों से मंगवाएगी 20 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑर्डर जारी
नंदकिशोर महरिया ने कहा कि यदि 14 दिन बाद डॉक्टर मुझे फिर से प्लाज्मा डोनेट करने की स्वीकृति प्रदान करते हैं तो मैं वापस प्लाज्मा डोनेट करूंगा. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा डोनेट करने के पश्चात बुधवार को मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है और मेरी ओर से किसी का जीवन बचाने के लिए यह सार्थक प्रयास किया गया है. महरिया ने बताया कि हमारी सुधीर महरिया स्मृति संस्थान ने कोरोना काल शुरू होने से ही सीकर एवं आसपास के क्षेत्र में भोजन के किट बांटने का काम किया और अब प्लाज्मा एवं ब्लड डोनेशन का कार्य हमारे संस्थान के लोग कर रहे हैं.
महरिया ने बताया कि हमारी टीम के लोगों की ओर से अब तक 225 लोगों को प्लाज्मा डोनेट किया गया है. महरिया ने आमजन से अपील की है कि जो पूर्व में कोरोना संक्रमित होकर स्वस्थ हो चुके हैं , वह अपना प्लाज्मा डोनेट करें जिससे किसी का जीवन बच सके. यदि हम प्लाज्मा डोनेट करेंगे तो समाज में जागृति फैलेगी और युवा वर्ग भी इसके लिए आगे आएगा. कहा कि कोई भी ऐसा व्यक्ति जो पहले कोरोना संक्रमित हो चुका हो और उसकी नेगेटिव रिपोर्ट के 28 दिन पूरे हो चुके हैं वह अपना एंटीबॉडी टेस्ट करवाके प्लाज्मा डोनेट कर सकता है.