सीकर. बेटे को सरकारी नौकरी नहीं मिलने से परेशान होकर सीकर के एक कारगिल शहीद की वीरांगना ने अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है. वीरांगना ने इसके लिए मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन दिया है.
जानकारी के मुताबिक सीकर जिले के रहनावा गांव के रहने वाले दयाचंद जाखड़ कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे. उस वक्त उनका बेटा महज डेढ़ साल का था. शहीद की पत्नी विमला देवी का कहना है कि उस वक्त सरकार ने आश्वासन दिया था कि बालिग होने पर उनके बेटे को सरकारी नौकरी मिल जाएगी, लेकिन अब सरकार उन्हें नौकरी नहीं दी रही है. जिसको लेकर वे कई बार सैनिक कल्याण अधिकारी के यहां चक्कर लगा चुकी हैं.
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वीरांगना का कहना है कि 2017 में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी ज्ञापन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. वारांगना का कहना है कि साल 2017 में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी शिकायत दी थी, लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शिकायत दी है. वीरांगना का कहना है कि अगर अब सरकारी नौकरी नहीं मिली तो वह अनशन पर बैठेगी.