सीकर. जिले में गुरुवार को कई इलाकों में हुई जबरदस्त ओलावृष्टि के बाद शुक्रवार को दूसरे दिन भी ओले गिरने की आशंका जताई गई है. वहीं कई इलाकों में बरसात के बाद भी बादल छाए हुए हैं और दूसरे दिन भी बरसात हो सकती है. बता दें कि ठंड के कारण जिले में 2 दिन से सूरज नहीं निकला है.
जिले के फतेहपुर मौसम केंद्र पर शुक्रवार सुबह का तापमान 11.4 डिग्री दर्ज किया गया, लेकिन शीतलहर चलने से लोग सर्दी से खासे परेशान है. सीकर जिले के लोसल सहित कई इलाकों में गुरुवार को जबरदस्त ओलावृष्टि हुई थी और अब मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शुक्रवार को भी कई इलाकों में ओले गिर सकते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि शुक्रवार को कई इलाकों में अच्छी बरसात हो सकती है.
कोहरे के आगोश में रहा इलाका...
बारिश के बाद गुरुवार रात से ही जिले का ज्यादातर इलाका कोहरे के आगोश में रहा. रात को तो इतना घना कोहरा था कि 2 फीट आगे देखना भी मुश्किल हो रहा था. शुक्रवार को सुबह-सुबह बादल छाए रहने की वजह से एक बार कोहरा हट गया. मौसम विभाग की मानें तो जिले में बादल हटने के बाद तापमान लगातार नीचे जाएगा.
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झमाझम बरसात के साथ गिरे ओले...
वहीं अलवर के भिवाड़ी के तिजारा क्षेत्र में गुरुवार दोपहर बाद हुई झमाझम बरसात के साथ ओले भी गिरे. ओलावृष्टि होने से किसानों की मानो नींद उड़ गई. कभी बरसात तो कभी तेज हवाएं रातभर चलती रही.
वहीं इस आफत भरी बारिश से जन-जीवन भी अस्तव्यस्त हो गया है. ओलावर्ष्टि से फसलों में नुकसान भी देखा जा रहा है. सरसों की फसल में नुकसान अत्यधिक माना जा रहा है. जिससे किसानों में मायूसी छाई हुई है. यूं तो आज सुबह से ही बादल छाए हुए थे, लेकिन दोपहर बाद बरसात के बाद चने के आकार के ओले गिरे जो काफी देर तक गिरते रहे.
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बेमौसम हुई ओलावृष्टि ने न सिर्फ किसानों की नींद उड़ाई है, बल्कि आम मेहनत मजदूरी और रोजमर्रा के कामगार को भी परेशान किया है. बहरहाल ओलावृष्टि का नुकसान कितना और किस स्तर पर हुआ है. यह आकलन तो अभी नहीं किया जा सका है.