सीकर. पीसीसी चीफ एवं शिक्षा व देवस्थान एवं पर्यटन विभाग मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा आज एक दिवसीय दौरे पर जिले में रहे. इस दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने जिला मुख्यालय स्थित सांवली कल्याण आरोग्य सदन में सोढाणी ट्रस्ट के सहयोग से बनाए गए होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक आउटडोर का शुभारंभ किया और अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजों का हाल जाना.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आज कल्याण आरोग्य सदन सांवली में पीड़ित मानवता की सेवा के लिए दो नए आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक आउटडोर की शुरुआत की गई है जिसके लिए आरोग्य ट्रस्ट के समस्त पदाधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित करता हूं. डोटासरा ने कहा कि जहां सांवली आरोग्य सदन का टीबी हॉस्पिटल पूरे एशिया में बेहतर इलाज के लिए जाना जाता है और लाखों लोगों की जान बचाने का कार्य लगातार ट्रस्ट के लोगों की ओर से किया गया है और वर्तमान में भी किया जा रहा है.
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होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक आउटडोर शुरू
आज इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए ट्रस्ट के कांता प्रसाद मोर ने सभी पदाधिकारियों को साथ लेकर पीड़ित मानवता की सेवा करने का जो संकल्प लिया है और इन दोनों आउटडोर की शुरुआत की है. वहीं पूर्व में मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन भी इनकी ओर से प्रदान की गई थी. डोटासरा ने कहा कि जिस तरह सांवरमल मोर, बद्रीनारायण सोढानी ने पीड़ित मानवता की सेवा करने में अपना जीवन अर्पित कर दिया. उसी तरह कांताप्रसाद मोर एवं ट्रस्ट के पदाधिकारी इस कड़ी को आगे बढ़ाएंगे और मानवता की सेवा करेंगे जिसके लिए राज्य सरकार भी उनका साथ देगी.
शिक्षा और शिक्षकों के प्रति बड़ा सम्मान
डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी यही बात करते हैं कि कल्याण आरोग्य सदन ऐसा अस्पताल है जहां नेहरू, गांधी, भैरोसिंह, अटल बिहारी जैसे कई नेता आए हैं. ऐसे में इस सदन को अधिकाधिक विकसित करने के लिए राज्य सरकार भी लगातार प्रयासरत है. वहीं कांग्रेस शासन काल में राज्य सरकार की ओऱ से शिक्षा के क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों के बारे में मंत्री डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओऱ से उन्हें शिक्षा मंत्री बनाकर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने का मौका दिया गया है. कहा कि वह खुद एक शिक्षक के बेटे हैं और परिवार के कई सदस्य भी शिक्षक हैं तो ऐसे में शिक्षा और शिक्षक के प्रति उनके मन में बड़ा सम्मान है.
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प्लस वन की ग्रेडिंग मिली है
ग्राम भारती विद्यापीठ कोठारी से मैंने दसवीं कक्षा पास की तो हमेशा मन में यही चेष्टा रहती है कि किस तरह से प्रदेश के लोगों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें और गरीब विद्यार्थी भी बेहतरीन क्वालिटी एजुकेशन प्राप्त कर सकें. जहां आज संपूर्ण देश में क्वालिटी एजुकेशन में राजस्थान दूसरे स्थान पर है एवं प्लस वन की ग्रेडिंग हमें मिल चुकी है एवं पिछले 2 साल में हमने 20% इसकी रैंकिंग में इजाफा किया है. डोटासरा ने कहा कि वर्तमान में देश में केवल 5 राज्य ही ऐसे हैं जो प्लस वन ग्रेडिंग श्रेणी में है जिनमें हमारा राज्य भी शामिल है.
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कोरोना काल में स्माइल प्रोजेक्ट, हवामहल, ई-कक्षा से दी शिक्षा
डोटासरा ने कहा कि शिक्षक परिवार से होने के नाते एवं मुझे मेरे पिता से यही संस्कार मिले कि शिक्षा ही व्यक्ति के जीवन की बुनियादी आवश्यकता है. संस्कार और शिक्षा दोनों ही शिक्षकों से ही प्राप्त होती है. उनके लिए जितना संभव हुआ वह हमारी ओर से किया जा रहा है और आने वाली पीढ़ी के लिए भी बेहतर कार्य किया जा रहा है. यहां कोरोना काल में स्कूल बंद हो गए लेकिन हमने आस नहीं छोड़ी और स्माइल प्रोजेक्ट, हवामहल, ई-कक्षा, दूरदर्शन, रेडियो, 'आओ चलें विद्यालय की ओर' आदि के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान की.
वहीं स्कूल कोचिंग आदि को खोलने की बात पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हमारी ओर से लगातार कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों की समीक्षा की जा रही है और हमारी प्राथमिकता यह है कि बच्चे संक्रमित नहीं हों एवं उन्हें संक्रमण से बचाते हुए शिक्षा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. ऐसे में जब भी हमें ऐसा लगेगा कि संक्रमण का कोई खतरा नहीं है या फिर 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए वैक्सीन की व्यवस्था हो जाती है तो इसके पश्चात स्कूल, कोचिंग आदि को खोला जाएगा.