सीकर. कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए राज्य सरकार की ओर से समय-समय पर गाइडलाइन जारी कर पाबंदियां लगाई जा रही है. वहीं वर्तमान में 10 से 24 मई तक सरकार की ओर से सख्त लॉकडाउन लगाया गया है जिसके अंतर्गत कृषि संबंधी उत्पादों की दुकानों को सप्ताह में 2 दिन सुबह 6 से 11 बजे तक खोलने की अनुमति प्रदान की गई है.
वर्तमान में खरीफ की फसल की बुवाई के सीजन के चलते हुए उत्पाद समय पर न मिल पाने की वजह से इसकी बुवाई में देरी भी हो रही है, जिसकी वजह से उत्पादन भी कम होने की चिंता किसानों को है. ऐसे में इन कृषि उत्पादों संबंधी दुकानों को सप्ताह में प्रतिदिन सुबह 8 से शाम 7 बजे तक खोलने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों की ओर से जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया और मांग की गई कि सरकार जल्द से जल्द निर्णय करें अन्यथा यूनियन आंदोलन करेगा फिर चाहे कोविड प्रोटोकॉल टूटे या हमारे खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए.
भारतीय किसान यूनियन सीकर इकाई के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह जाखड़ ने बताया कि वर्तमान सीजन खरीफ की फसल की बुवाई का है लेकिन लॉकडाउन के चलते लगाई गई पाबंदियों के अंतर्गत कृषि संबंधी दुकानों को केवल सप्ताह में 2 दिन ही खोलने की छूट प्रदान की गई है और वो भी केवल कुछ घंटों के लिए ही.
जाखड़ ने कहा कि कृषि एक सतत प्रक्रिया है जो कि निरंतर चलती रहती है. ऐसे में अब बुवाई में देरी होने से उत्पादन कम होना निश्चित है. जब उत्पादन कम होगा तो लोगों को वस्तुएं महंगी प्राप्त होंगी. जाखड़ ने बताया कि हमारी ओर से पहले भी कई बार इस संबंध में ज्ञापन दिए जा चुके हैं.