नागौर. लॉकडाउन के दौरान गरीबों और जरूरतमंद लोगों के सामने खाने को लेकर समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पात्र लोगों को गेहूं और दाल से लाभान्वित किया जा रहा है. लॉकडाउन में कोई भूखा न रहे इसलिए एफसीआई मांग के अनुरूप नागौर जिले में गेहूं की आपूर्ति की जा रही है. नागौर शहर के इंदिरा कॉलोनी के साथ जिले के 5 एफसीआई गोदाम में गेहूं का भंडारण किया गया है.
![नागौर में गेहूं का भंडारण, नागौर में गेहूं वितरण, Wheat Distribution in Nagaur, Wheat storage in Nagaur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/fcikegodamsewheatkavitrn_10052020200506_1005f_1589121306_555.jpg)
एफसीआई के जुड़े डिपो मैनेजर संदीप बागड़ा ने बताया कि नागौर जिले में रेल मार्ग और सड़क मार्ग दोनों से ही खाद्यान्न मंगाया जा रहा है. एफसीआई के जुड़े अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल माह में खाद्य निगम योजना के तहत 1 लाख 11 हजार 48 क्विंटल गेहूं का उठाव किया जा चुका है. वहीं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अब तक 1 लाख 6 हजार 50 क्विंटल गेहूं का उठाव किया जा चुका है. इसके साथ ही एफसीआई के सभी 5 केंद्रों पर गेहूं का उठाव किया जा चुका है.
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नागौर जिले में रेल सेवा की 8 माल गाड़ियों से 14 रैंक प्रस्तावित है, जिसमें 4 लाख क्विंटल गेहूं आना प्रस्तावित है. वर्तमान में इंदिरा कॉलोनी गोदाम में 1 लाख 76 हजार 293 क्विंटल के साथ कृषि मंडी, बासनी रोड और मेड़ता के दो एफसीआई गोदाम में गेहूं का स्टॉक रखा गया. नागौर जिले के 5 एफसीआई गोदाम में कुल 2 लाख 30 हजार 479 क्विंटल गेहूं का स्टॉक है. जबकि नागौर जिले में 1लाख 12 हजार क्विंटल गेहूं का खपत होती है.
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बता दें कि, लॉकडाउन के दौरान सभी चयनित पात्र परिवारों को सरकार की ओर से दिए जाने वाले मासिक गेहूं का वितरण किया जा रहा है. नागौर जिले में कुल 5 लाख 76 हजार परिवारों को योजना के लिए पात्र माना गया है. इन सभी परिवारों को प्रतिमाह एक 1 किलो दाल दी जा रही है. गेहूं और दाल पात्र परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत दी जा रही है. अंतोदय बीपीएल, स्टेट बीपीएल अन्य श्रेणी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल लोगों को पात्र माना गया है.