नागौर. प्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने भले ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन से किनारा करने का फैसला कर लिया हो, लेकिन रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल को अभी भी उम्मीद है कि निकाय चुनाव में भाजपा-रालोपा का गठबंधन जारी रहेगा. बेनीवाल का कहना है कि आपसी बातचीत के बाद चीजें दुरुस्त हो जाएंगी और भाजपा-रालोपा मिलकर निकाय चुनाव लड़ेंगी.
नागौर में बुधवार को रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि उनकी पार्टी का शहरों में मजबूत आधार है, लेकिन रालोपा का भी शहरों में बहुत असर है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि निकाय चुनाव में भाजपा-रालोपा मिलकर कांग्रेस मुक्त राजस्थान का सपना साकार करे. इसलिए हम चाहते हैं कि यह गठबंधन निकाय चुनाव में भी जारी रखने का हमारा प्रयास रहेगा.
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बेनीवाल ने यह भी कहा कि आपस में टेबल टॉक से चीजें दुरुस्त कर ली जाएंगी. खींवसर उपचुनाव में रालोपा प्रत्याशी की जीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर दिए गए बयान के सवाल पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वह आज भी अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि पहले लोकसभा चुनाव में वसुंधरा राजे ने प्रदेश में करीब 18 सीट पर भाजपा प्रत्याशियों को हराने की कोशिश की थी.
रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि खींवसर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भी वसुंधरा राजे और यूनुस खान ने मिलकर रालोपा-भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी नारायण बेनीवाल को हराने का भरसक प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हुए. उन्होंने कहा कि खींवसर उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी जीती है और भाजपा ने इस जीत में योगदान दिया है. लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि केवल भारतीय जनता पार्टी ने यह चुनाव जीता है.