नागौर. जिले में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकडे़ अब आमजन को डरा रहे हैं. अब तक जिले में 2202 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. इनमें से 500 से ज्यादा मरीज नागौर शहर और आसपास के गांवों के हैं. आमजन के साथ-साथ चिकित्सा विभाग और प्रशासन के लिए भी कोरोना के बढ़ते ये आंकड़े चिंता का कारण बने हुए हैं.
खास बात यह है कि अब जो नए मामले सामने आ रहे हैं उनमें से ज्यादातर जिला मुख्यालय और आसपास के गांवों के हैं इसलिए कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने शनिवार और रविवार को नागौर शहर में कंप्लीट लॉकडाउन रखने के आदेश जारी किए हैं. लॉकडाउन के चलते शनिवार को नागौर की सड़कें सूनी रही और बाजार भी बंद रहे. अधिकतर दुकानों के शटर डाउन रहे.
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हालांकि, राशन, दवा, सब्जी और दूध की दुकानों, पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी को इस लॉकडाउन से मुक्त रखा गया है. बीसीएमओ डॉ. महेंद्र सिंह मीना ने बताया कि इन दो दिनों में चिकित्सा विभाग और महिला और बाल अधिकारिता विभाग की टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं. नागौर के 60 वार्ड के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है. ये टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं. इनके आधार पर सैंपल भी लिए जाएंगे.
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इस सर्वे में घर के बुजुर्गों, गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है. जिनमें कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है. महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक दुर्गा सिंह उदावत का कहना है कि इस सर्वे के लिए दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, एक एएनएम और बीएलओ की टीम बनाई गई है. जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं.
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लॉकडाउन का उल्लंघन कर बिना वजह बाहर निकलने वाले लोगों पर कार्रवाई भी की जा रही है. शहर में जगह-जगह पुलिस और यातायात पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. जो बिना वजह घर से बाहर निकलने वाले लोगों के चालान भी काट रहे हैं. नागौर शहर और आसपास के गांवों में अभी कोरोना संक्रमण के 213 मरीज हैं. जबकि जिले में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 341 है.