नागौर. जिले में परिवहन विभाग के अधिकारी खुलेआम चौथ वसूली में लगे हुए है. कोरोना काल के इस भयावह दौर में भी परिवहन विभाग के कार्मिक सड़कों पर निकलने वाले भारी वाहनों से जमकर वसूली कर कर हैं. इस मामले में भंडाफोड़ शनिवार को उस वक्त हुआ, जब एक ट्रक ड्राइवर ने पैसे लेते हुए परिवहन विभाग के कार्मिक का वीडियो बना लिया. इसके बाद ट्रक ड्राइवर के फोन से वीडियो डिलीट कराने के लिए सब इंस्पेक्टर शिव नारायण और उनका स्टाफ सड़कों पर दौड़ता नजर आया.
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मामले में ट्रक ड्राइवर से मारपीट के साथ ही उसे डराने और धमकाने की भी बात सामने आई. ट्रक ड्राइवर का बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस मामले की जानकारी मिलने पर नागौर के जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने विभागीय जांच के आदेश दे दिए. इसके बाद परिवहन विभाग ने मामले में आरोपी इंस्पेक्टर को एपीओ किया है.
मामले में बताया जा रहा है कि सुजानगढ़ से नागौर जाते समय शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर एक ट्रक ड्राइवर को रुकवाकर परिवहन विभाग के कार्मिकों ने कागजात मांगे. इसके बाद 50 रुपये लेकर ट्रक को जाने दिया, लेकिन ट्रक ड्राइवर ने इस दौरान वीडियो बना लिया. जब परिवहन विभाग के कार्मिकों को ये भनक लगी कि उनके वसूली करने के दौरान का वीडियो ट्रक ड्राइवर ने बनाया है, तब उप निरीक्षक शिव नारायण सहित परिवहन विभाग के कार्मिक ट्रक ड्राइवर के पीछे दौड़ता हुआ नजर आया.
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बाड़मेर निवासी ट्रक ड्राइवर देवेंद्र ने आरोप लगाया है कि परिवहन विभाग के कार्मिक ने उसके साथ मारपीट की और मोबाइल में बनाया गया वीडियो भी डिलीट कर दिया, लेकिन इस मामले का वीडियो को रिसाइकल बिन से रिकवर कर लिया. इस पूरे मामले की जानकारी नागौर के जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी को मिली तो उन्होंने मामले को गंभीर मानते हुए इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
इस मामले के सामने आने के बाद माना जा रहा है कि नागौर में परिवहन विभाग चौथ वसूली कर रहा है, जो अब सभी के सामने आ चुका है. ऐसे में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को जल्द से जल्द दोषी अधिकारियों और कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.