नागौर. जिला प्रशासन ने सोमवार को सिलिकोसिस बीमारी के मद्देनजर विशेष शिविर का आयोजन किया. श्रम विभाग, सामाजिक एवं अधिकारिता विभाग, चिकित्सा विभाग और खनिज विभाग की ओर से लगाए गए इस शिविर में 284 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई. इसमें डीडवाना, छोटी खाटू, बड़ी खाटू, नागौर, खींवसर, जायल और मूंडवा क्षेत्र के गांवों में रहने वाले लोगों ने अपनी जांच करवाई.
इस शिविर में जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. श्रवण राव द्वारा श्रमिकों और ग्रामीणों की जांच की गई. इस शिविर में 75 लोगों का एक्स-रे उनके सिलिकोसिस पीड़ित होने की संभावना के मद्देनजर किया गया. वहीं, रिपोर्ट आने के बाद 75 में से 12 मरीज सिलिकोसिस पीड़ित पाए गए, जिनका प्रमाण-पत्र शिविर में ही बनाया गया.
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि शिविर में जांच के दौरान सिलिकोसिस पीड़ित पाए जाने के बाद इन मरीजों को राज्य सरकार की नई सिलिकोसिस नीति के अनुसार 3 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी. इसके लिए उनका आवेदन शिविर में भरा गया है. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा शिविर में आए व्यक्तियों में से वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त कर रहे 97 व्यक्तियों को सिलिकोसिस पेंशन का लाभ दिलाने के लिए चयनित किया गया है. इस शिविर में 66 सिलिकोसिस पीड़ितोंं को पालनहार योजना से जोड़ने के लिए चयनित किया गया है.
बता दें कि श्रम विभाग की ओर से सिलिकोसिस पीड़ितों और उनके आश्रितों की सहायता के लिए संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी शिविर में जानकारी दी गई. इस शिविर में श्रम विभाग में पंजीकृत 56 श्रमिक उपस्थित हुए, उनमें से 23 व्यक्तियों के प्रमाण-पत्र ऑनलाइन कराए गए हैं.
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वहीं, खनिज अभियंता धीरज पंवार ने शिविर में 200 लोगों को न्यूट्रिशन पैकेट भी बांटे गए. विशेष शिविर अब 18 अगस्त को मकराना, नावा और कुचामन क्षेत्र के सिलिकोसिस पीड़ितों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मकराना में आयोजित किया जाएगा. वहीं, 19 अगस्त को विशेष शिविर डेगाना, मेड़ता, रिया और परबतसर क्षेत्र के सिलिकोसिस पीड़ितों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डेगाना में आयोजित होगा.