नागौर. डीडवाना शहर में पौधारोपण कार्यक्रम में पहुंची SP धनखड़ पत्रकारों से रूबरू हुईं. इस दौरान उन्होंने सट्टा कारोबारियों से मिलीभगत मामले में शहर कोतवाल और हेड कांस्टेबल को निलंबित किए जाने के मामले को लेकर बयान दिया.
पत्रकारों से रूबरू होते हुए एसपी धनखड़ ने कहा, मामले में अभी जांच चल रही है. जो भी सच होगा वो सामने आ जाएगा. बीते करीब एक साल में नागौर जिले में सभी तरह के अपराधों के खिलाफ सर्वाधिक कार्रवाईयां की गई हैं और इसके फैक्ट्स मौजूद हैं. जिले में पुलिस कर्तव्य को हर हाल में पूरा भी करेंगे.
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बता दें, नागौर कोतवाली के कांस्टेबल ने आईजी अजमेर को लिखित में शिकायत का परिवाद देने पर ताऊसर रोड पर स्थित हाउसिंग बोर्ड इलाके से चेनार सरपंच योगेश सोलंकी उर्फ बल्लू और उसके साथी पंकज को अजमेर रेंज आईजी की विशेष टीम ने कार को रुकाकर दोनों को ले गए थे. एसपी ने कांस्टेबल राजू गौरान को निलंबित कर दिया था.
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पूरे प्रकरण की जांच के लिए अजमेर से ASP राजेश चौधरी नागौर पहुंचे थे. मामले में प्रथम दृष्टया कोतवाली थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह और हेड कांस्टेबल प्रेमाराम की भूमिका संदिग्ध मानते हुए अजमेर रेंज आईजी एस सेंगाथिर ने दोनों को निलंबित करते हुए टोंक भेज दिया था. मामले में सांसद बेनीवाल ने DG को लिखित में शिकायत का परिवाद पेशकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी.