नागौर. जिले में ग्रामीण इलाके में रह रहे लोगों की प्यास बुझाने वाले संविदा कर्मी पंप चालक और उनके परिजन पिछले कई साल से आर्थिक रूप से समस्या झेल रहे हैं. इन कर्मचारियों को मानदेय, रखरखाव भत्ता और एरियर की राशि पिछले कई साल से नहीं मिल पाई है. ऐसे में इन कर्मचारियों और उनके परिजनों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें पिछले 10 साल से मानदेय, रखरखाव भत्ता और एरियर की राशि नहीं मिली है. उनका यह भी कहना है कि इस संबंध में जब ग्राम पंचायत के सरपंच और ग्राम सेवक से बात की जाती है, तो वे बजट नहीं होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं.
ऐसे में उनके सामने परिवार का गुजारा करना भी मुश्किल हो रहा है. आज जनता जल योजना में संविदा पर लगे पंप चालकों ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की और अपनी परेशानी से अवगत कराया. उन्होंने मानदेय और एरियर की राशि का जल्द भुगतान करवाने की मांग की है.
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बता दें कि जनता जल योजना के तहत लगे कर्मचारियों के मानदेय के भुगतान का जिम्मा संबंधित ग्राम पंचायत का है. लेकिन, लंबे समय से ग्राम पंचायतें बजट नहीं होने का बहाना बनाकर इन कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान नहीं कर रही हैं.
जनता जल योजना में संविदा पर लगे पंप चालकों का यह भी कहना है कि वह पिछले कई साल से लगातार सेवा दे रहे हैं. लेकिन फिर भी सरकार ने उन्हें स्थाई करने में अभी तक कोई रुचि नहीं दिखाई है. ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री को दिए के नाम दिए ज्ञापन में यह भी मांग रखी है कि जनता जल योजना के पंप चालकों को पीएचइडी का कर्मचारी मानते हुए उसी विधानसभा क्षेत्र में स्थाई नियुक्ति दिलवाई जाए, जहां वे अभी संविदा पर काम कर रहे हैं.