नागौर. लोकसभा चुनाव में चर्चित रहे विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के अवसर पर जिले में कई स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित हुए. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिन में मानासर स्थित जनता कॉम्प्लेक्स में पुष्पांजलि कार्यक्रम रखा. वहीं क्रांतिकारी विचार मंच की ओर से मंगलवार रात को विश्वकर्मा भवन में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें वक्ताओं ने कहा कि विनायक दामोदर सावरकर आजादी की लड़ाई के सच्चे सिपाही, कुशल वक्ता, साहित्यकार और समाज सुधारक थे.
विश्वकर्मा भवन में 'अंडमान के क्रांति योद्धा को नमन' शीर्षक से कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें वक्ताओं ने युवाओं को विनायक दामोदर सावरकर की जीवनी के बारे में बताया. मुख्य वक्ता अजय शर्मा ने अपने संबोधन में बताया कि ब्रिटिश पुलिस सावरकर को पकड़कर पानी के जहाज से भारत ला रही थी. तब मौका पाकर वे रास्ते में जहाज से कूद गए थे और तैरकर फ्रांस की सीमा तक पहुंच गए. तट पर फ्रांसिस पुलिस के जवानों ने पकड़ कर उन्हें वापस ब्रिटिश पुलिस को सौंप दिया. उन्होंने बताया कि अंग्रेज सरकार ने सावरकर को दो बार काले पानी की सजा दी. जिसे पूरा करके वे बाहर आए और फिर से देश को आजादी दिलाने के लिए संघर्ष करने लगे. उन्होंने इतिहासकारों पर उनके संघर्ष को सही तरह से पेश नहीं करने का भी आरोप लगाया.