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नागौर: राजकीय गिन्नानी गर्ल्स स्कूल का नाम पोर्टल पर नहीं, सात छात्राएं बैठी भूख हड़ताल पर - नागौर समाचार

नागौर की गिन्नानी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल के महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम में बदलने के बाद से छात्राओं की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब शिक्षा विभाग के पोर्टल पर इस स्कूल का नाम नहीं होने से छात्राओं को पढ़ाई से लेकर पोषाहार तक में परेशानी उठानी पड़ रही है. स्कूल की सात छात्राएं मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गई. ये सभी आठवीं कक्षा में पढ़ती हैं.

school girl on hunger strike, भूख हड़ताल पर छात्राएं
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Published : Aug 27, 2019, 7:47 PM IST

नागौर. गिन्नानी राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल की सात छात्राएं मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गई. स्कूल की कई अन्य छात्राएं भी धरने पर बैठी हैं. छात्राओं और अभिभावकों का कहना है कि इस स्कूल को सरकार ने महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदल दिया था. उन्होंने विरोध किया तो स्कूल को दो पारियों में चलाने का आदेश विभाग ने जारी कर दिया.

पढ़ें- ऐसे पढ़ेगा तो कैसे बढ़ेगा इंडिया: जालोर के इस सरकारी स्कूल में 253 बच्चों पर सिर्फ 3 शिक्षक

दो पारियों में चलती है स्कूल
अब यहां सुबह की शिफ्ट में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल और दोपहर की शिफ्ट में हिंदी मीडियम स्कूल चलता है. लेकिन गिन्नानी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल का नाम शिक्षा विभाग के पोर्टल पर नहीं आने से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

गर्ल्स स्कूल की छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठी

पढ़ें- रियलिटी चेक: भीलवाड़ा में बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से कितनी सुरक्षित है स्कूल बसें..देखिए रिपोर्ट

छात्राओं की पढ़ाई हो रही प्रभावित
छात्राओं का कहना है कि नाम पोर्टल पर अपडेट नहीं होने के साथ ही स्टाफ भी कम है. ऐसे में उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. पहले टेस्ट के नाम पर भी खाना पूर्ति की गई. ऐसे में उनके भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. उन्होंने पोर्टल पर स्कूल का नाम अपडेट करने और पर्याप्त स्टाफ लगवाने की मांग की है.

नागौर. गिन्नानी राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल की सात छात्राएं मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गई. स्कूल की कई अन्य छात्राएं भी धरने पर बैठी हैं. छात्राओं और अभिभावकों का कहना है कि इस स्कूल को सरकार ने महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदल दिया था. उन्होंने विरोध किया तो स्कूल को दो पारियों में चलाने का आदेश विभाग ने जारी कर दिया.

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दो पारियों में चलती है स्कूल
अब यहां सुबह की शिफ्ट में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल और दोपहर की शिफ्ट में हिंदी मीडियम स्कूल चलता है. लेकिन गिन्नानी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल का नाम शिक्षा विभाग के पोर्टल पर नहीं आने से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

गर्ल्स स्कूल की छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठी

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छात्राओं की पढ़ाई हो रही प्रभावित
छात्राओं का कहना है कि नाम पोर्टल पर अपडेट नहीं होने के साथ ही स्टाफ भी कम है. ऐसे में उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. पहले टेस्ट के नाम पर भी खाना पूर्ति की गई. ऐसे में उनके भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. उन्होंने पोर्टल पर स्कूल का नाम अपडेट करने और पर्याप्त स्टाफ लगवाने की मांग की है.

Intro:महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम में बदलने के बाद शुरू हुई गिन्नानी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल की छात्राओं की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब शिक्षा विभाग के पोर्टल पर इस स्कूल का नाम नहीं होने से छात्राओं को पढ़ाई से लेकर पोषाहार तक में परेशानी उठानी पड़ रही है। स्कूल की सात छात्राएं मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गई। ये सभी आठवीं कक्षा में पढ़ती हैं।


Body:नागौर. गिन्नानी राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल की सात छात्राएं मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गई। स्कूल की कई अन्य छात्राएं भी धरने पर बैठी हैं। छात्राओं और अभिभावकों का कहना है कि इस स्कूल को सरकार ने महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदल दिया था। उन्होंने विरोध किया तो स्कूल को दो पारियों में चलाने का आदेश विभाग ने जारी कर दिया। अब यहां सुबह की शिफ्ट में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल और दोपहर की शिफ्ट में हिंदी मीडियम स्कूल चलता है। लेकिन गिन्नानी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल का नाम शिक्षा विभाग के पोर्टल पर नहीं आने से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।


Conclusion:छात्राओं का कहना है कि नाम पोर्टल पर अपडेट नहीं होने के साथ ही स्टाफ भी कम है। ऐसे में उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पहले टेस्ट के नाम पर भी खाना पूर्ति की गई। ऐसे में उनके भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उन्होंने पोर्टल पर स्कूल का नाम अपडेट करने और पर्याप्त स्टाफ लगवाने की मांग की है।
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बाइट 1- अब्दुल हमीद गौरी, अभिभावक।
बाइट 2- रुखसार, छात्रा, राजकीय गिन्नानी स्कूल।
बाइट 3 - आसिया, छात्रा, राजकीय गिन्नानी स्कूल।
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