नागौर. शहर में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है. मरीजों के इलाज में जुटे डॉक्टर्स भी कोरोना की जद में आने लगे हैं. PMO समेत चार सीनियर डॉक्टर पॉजिटिव आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 8792 हो गई है. इसी बीच अब कोरोना जिला प्रशासन के लिए चुनौती बनता जा रहा है. अब तक 76 कोरोना मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो चुकी है. वर्तमान मे 869 मरीजों का उपचार जारी है.
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रोजाना 100 के करीब नए कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं, बुधवार को नगर परिषद ने कोरोना जागरूकता रैली निकाली. आयुक्त मनीषा चौधरी ने शहर में पैदल मार्च निकालकर सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक दूरी नहीं रखने और बिना मास्क के घुम रहे लोगों को चेतावनी दी. इस दौरान कुछ लोगों के चालान भी काटे.
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कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाने के लिए जिले में नाइट कर्फ्यू लागू है. त्योहारी सीजन के बाद ठंड में कुछ क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. ऐसे में पूरी सावधानी बरतने की जरुरत है. कोरोना की नई गाइडलाइन का पालन करना बेहद आवश्यक हो गया है. नाइट कर्फ्यू के दौरान रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक शहर में नाकेबंदी की जा रही है. पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ ने बताया कि सभी एंट्री एवं एक्जिट प्वाइंट पर नाकेबंदी लगाने के आदेश जारी किए हैं. 8 महीने में नवंबर माह नागौर के लिए खतरनाक रहा. अब नवंबर में सर्वाधिक 2 हजार 083 संक्रमित सामने आ चुके हैं. इनमें से 500 से ज्यादा मरीज तो गत सप्ताह में ही सामने आए है.