नागौर. जिला प्रशासन ने कोरोना की दूसरी लहर की चेन को तोड़ने के लिए चलाये जा रहे घर-घर सर्वे अभियान के तहत जिले में अभी दूसरा चरण चल रहा है. नागौर स्वास्थ्य भवन कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक अब तक चलाए गए अभियान में दोनों चरणों को मिलाकर शहरी क्षेत्र के 738175 लोगों का स्वास्थ्य जांच कर 9 हजार से अधिक बुखार, जुकाम एवं खांसी के मरीजों को घर बैठे मेडिकल किट सौंप कर उपचार सुलभ करवाया गया.
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इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र के 6186742 लोगों का स्वास्थ्य जांच कर 49 हजार से अधिक बुखार, जुकाम एवं खांसी के मरीजों को घर बैठे मेडिकल किट सौंप कर उपचार सुलभ करवाया गया है. कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने तथा मरीजों को प्राथमिक स्तर पर ही चिन्हित करके उपचार सुलभ कराने के लिए घर-घर सर्वे अभियान दो चरणों में चलाया जा रहा है.
जिले के उपखण्ड अधिकारी एव इंसीडेंट कमाण्डर की देखरेख में गठित चिकित्सा जांच दलों की ओर से प्रत्येक घर पर आशा सहयोगनी एव ANM पहुंच कर खांसी, जुकाम एवं बुखार से पीड़ित मरीजों का चिह्नीकरण किया जा रहा है. इन मरीजों को मौके पर ही दवा वितरण करने के साथ ही घर पर ही रहने के लिए पाबंद किया जा रहा है.
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मरीजों के परिजनों को भी मरीज के स्वस्थ होने तक घर पर ही रहने के लिए समझाइश की जा रही है. अभियान के तहत द्वितीय चरण में 10 मई से लेकर 23 मई तक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा विभाग की जांच टीमों ने 583387 घरों में सर्वे कर 2779341 लोगों का स्वास्थ्य जांचा. इनमें से 18556 व्यक्तियों में कोरोना से संबंधित लक्षण पाए गए, जिनमें से 18719 लोगों को मौके पर ही मेडिकल किट सौंपे गए.
वहीं, 48289 लोगों को चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा क्वारैंटाइन होने की सलाह दी गई और 6749 लोगों को तुरंत ही अस्पताल में चिकित्सकीय सलाह के लिए रैफर किया गया. द्वितीय चरण के तहत अभी भी सर्वे कार्य चल रहा है.