नागौर. 51 सालों बाद एक बार फिर अखिल भारतीय मंगलामुखी किन्नर सम्मेलन का आयोजन इस बार नागौर शहर में आयोजन हो रहा है..किन्नर सम्मेलन मे खिचड़ी की रस्म और पांडाल मे चटाई बिछाई कार्यक्रम के साथ समागम शुरू हो गया है. यह सम्मेलन 14 अप्रैल तक चलेगा. सम्मेलन में भाग लेने के लिए करीब ढाई हजार किन्नर नागौर पहुंच चुके हैं आगामी दिनों में देश से कहीं राज्यों से हजारों किन्नर मंगलामुखी किन्नर सम्मेलन में पहुंचेंगे.
नागौर शहर के मंगलामुखी किन्नरों का महापंचायत का समागम शुरू हो गया है. शहर के माली समाज भवन मे मंगलामुखी किन्नरों का महापंचायत में राजस्थान सहित मध्य प्रदेश दिल्ली अन्य राज्यों से किन्नर पहुंचना शुरू हो गए हैं. आयोजकों के मुताबिक अगले 14 दिन तक चलने वाले इस समागम में 5 हजार से भी ज्यादा किन्नर नागौर पहुंचेंगे. नागौर में 51 सालों बाद में हो रहे किन्नरों के कार्यक्रम के आयोजन में जेंडर के साथ असमानता और किन्नरों की समस्याओं के बारे में चर्चा की जाएगी.
उन्होंने बताया कि समाज में भेदभाव की परेशानी को देखते इस बार किन्नर जोर शोर से लोकसभा चुनाव में वोटिंग का अधिकार का इस्तेमाल करते हुए वोट देगें. साथ ही भारतीय नागरिक होने का सबूत भी पेश करेंगे. कार्यक्रम में समाज की तरक्की हो देश आगे बढ़े इसके बारे में भी चर्चा की जाएगी. अजमेर से मंगलामुखी किन्नरों की अध्यक्ष अनुजा ने कहा कि किन्नर समाज ने गोद ली बेटियों को शिक्षा देने की जिम्मेदारी उनके हाथों में ली गई है.
पत्रकारों से वार्ता में समाज के लोगों ने बताया कि महापंचायत में इस बार खुलकर कहा कि समाज को बदनाम करने वाले ट्रैफिक सिग्नल और सड़कों पर बैठे किन्नरों से महापंचायत का दूर तक कोई रिश्ता नहीं है. माली समाज के भवन में इस बार मंगलामुखी किन्नरों का महापंचायत में बड़े-बड़े पंडाल लगाए गए हैं और 14 दिनों से चलने वाले इस कार्यक्रम में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है.वहीं इससे पहले अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन में आंतकी हमले में शहीद हुए सेना के जवानों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया.