नागौर. पाकिस्तान की तरफ से आया टिड्डी दल लंबे समय से सीमावर्ती इलाकों में आतंक मचाने के बाद एक बार फिर नागौर की तरफ लौट आया है. शुक्रवार को डीडवाना इलाके के ग्रामीण इलाकों में टिड्डी दल का हमला हुआ. टिड्डी दल पालोट, आजवा, भवादिया, नवरंगपुरा, पाटन, कलवानी और घिरडोदा के बाद सीकर जिले की सीमा तक पहुंच गया. हालांकि, इस इलाके के खेतों में अभी फसल नहीं होने और ज्यादातर इलाका असिंचित होने के कारण किसानों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है.
लेकिन, टिड्डी दल ने पेड़-पौधों और अन्य वनस्पतियों को काफी नुकसान पहुंचाया है. ग्रामीणों ने टिड्डी दल को भगाने के लिए बरतन और खाली पीपे बजाए. वहीं, कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण मंडल की टीमें भी अलर्ट मोड पर हैं. टिड्डी दल की रोकथाम के लिए कीटनाशक का छिड़काव भी किया जा रहा है. बता दें की खींवसर इलाके के सीमावर्ती गांवों में 8 मई को सबसे पहले टिड्डी दल का हमला हुआ था. अगले कुछ दिनों में जिलेभर में आतंक मचाते हुए टिड्डी दल अजमेर जिले की सीमा में चला गया था. फिर हवा का रुख बदला तो टिड्डी दल जोधपुर की तरफ चला गया था. अब एक बार फिर नागौर जिले में टिड्डी दल का प्रवेश हुआ है.
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इस बारे में कलेक्टर दिनेश कुमार यादव का कहना है कि कई बड़े संगठनों ने इस बार टिड्डी दल के बड़े हमले का अलर्ट जारी किया है. ऐसे में हमें आने वाले कुछ समय तक ज्यादा सतर्क रहना होगा. उनका कहना है कि टिड्डी दल पर नियंत्रण के प्रशासन तमाम उपाय कर रहा है. लेकिन जिस तरह से कई संगठनों ने इस बार बड़े और लगातार हमले की चेतावनी दी है ऐसे में जिले के किसानों को भी लगातार सतर्क रहने की जरूरत है.